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बिहार के गोपालगंज में बना पुल और एप्रोच रोड बही
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264 करोड़ का था प्रोजेक्ट
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29 दिन पहले मुख्यमंत्री ने किया था उदघाट्न सियासत हुई तेज
पटना – बिहार के गोपालगंज में गंडक नदी पर बना नया पुल का एक हिस्सा आज अचानक भरभराकर नदी में समा गया बताया जाता है इस पुल और इसकीं एप्रोच रोड 264 करोड़ की राशि के प्रोजेक्ट से बनाई गई थी खास बात है उदघाट्न के केवल 29 दिन बाद यह पुल और इसकीं एप्रोच रोड पानी में बह गई जिसको लेकर सुशासन बाबू नीतीश कुमार पर विपक्ष हमलावर हो गया हैं उंसने उनकी सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाने के साथ संबंधित मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की है ।
लेकिन बिहार सरकार के मंत्री का कहना हैं कि मुख्य 70 घाट पुल सुरक्षित हैं केवल छोटा पुल और उसकी एप्रोच रोड जरूर क्षतिग्रस्त हुई हैं।
बिहार के गोपाल गंज में 70 घाट पुल बीते 2008 में बनना प्रारंभ हुआ था 264 करोड़ की राशि से बनने वाले इस मुख्य पुल के साथ इसकीं एप्रोच रोड और कुछ छोटे पुल बनना थे जो जून में बनकर तैयार हो गये और 16 जून को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका उदघाटन किया लेकिन गंडक नदी के 70 घाट मुख्य पुल तक का मिलान करने वाला छोटा पुल और उस पर बनी एप्रोच रोड पानी मे बह गई उंसके नीचे से बुनियाद की मिट्टी और सीमेंट बजरी सब नदी में बह गई जिससे हुए कटाव से पूरा एप्रोच रोड बहने से 70 घाट का मुख्य पुल और 264 करोड़ की अहमियत ही खत्म हो गई हैं।
इस पुल और उसपर बनी एप्रोच रोड बहने के बाद विपक्ष हमलावर हो गया हैं आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए पीडब्ल्यूडी मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की हैं |
उन्होंने कहा कि सुशासन बाबू भ्रष्टाचार के पितामह बन गये हैं चुनावी फायदे के लिये जल्दबाजी में उन्होंने जिस पुल का उदघाटन 29 दिन पहले किया वह ढह गया और जनता के 264 करोड़ बह गये|
तेजस्वी यादव ने पुल निर्माण में घटिया और गुणवत्ताविहीन सामग्री का उपयोग होने का आरोप लगाते हुए कहा कि पिचिंग का कार्य हुआ ही नही उन्होंने हैदराबाद की निर्माण कंपनी और अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग भीं की हैं साथ ही कहा निर्माण कंपनी से 264 करोड़ की बसूली होना चाहिये।
इधर बिहार के पीडब्ल्यूडी मंत्री नंदकिशोर यादव का कहना है विपक्ष झूठ बोल रहा है 70 घाट के मुख्य पुल को कोई नुकसान नही हुआ है वह सुरक्षित है मंत्री का कहना है कि गंडक नदी में तेज पानी के बहाव से 2 किलोमीटर पहले बना छोटा पुल और उसकी एक तरफ की एप्रोच रोड क्षतिग्रस्त हुई हैं प्राकृतिक आपदा और ज्यादा बारिश में ऐसा कई बार देखने मे आता हैं।
लेकिन मंत्रीजी को कोंन समझाये कि जब मुख्यपुल के बीच बना छोटा पुल और उसकी एप्रोच रोड ही नही होगी तो मुख्य पुल का क्या उपयोग रहेगा क्योंकि जनता वहां पहुंच ही नही सकेंगी और सड़क और पुल के टूटने से दूसरी तरफ से आने वाले मुख्यपुल तक पहुंच ही नही पायेंगे तो पार नही हो पायेंगे।