दिल्ली/ देश की राजधानी दिल्ली में हुए विस्फोट में जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ लेकिन इससे सुरक्षा एजेंसियों को चेतावनी जरूर मिली है। इस विस्फोट के सीसीटीवी फुटेज टेलीग्राफ चैनल पर अपलोड हुआ है जिसमें इस विस्फोट की जिम्मेदारी ली गई है। जबकि दिल्ली पुलिस ने टेलीग्राफ को पत्र लिखकर Justic League India नामक चैनल से संबंधित जानकारी मांगी है हालांकि टेलीग्राफ की तरफ से दिल्ली पुलिस को अभी तक कोई जबाव नहीं आया है। इधर दिल्ली पुलिस के साथ अब NSG भी इस विस्फोट की जांच कर रही है जैसा कि CRPF के स्कूल की दीवार के नीचे गड्ढे एक फुट नीचे विस्फोटक पॉलीथिन में रखकर दबाया गया था। जिसमें धमाका हुआ दिल्ली पुलिस ने फिलहाल 2 संदिग्ध आरोपियों को हिरासत में लिया है और उनसे गहन पूछताछ शुरू कर दी हैं।
दिल्ली के रोहणी के प्रशांत विहार स्थित CRPF स्कूल की बाउंड्री की दीवार के नीचे गड्ढा करके उसमे बम को दबाया गया था और ऊपर कचरा डाला गया था जब उसमें विस्फोट हुआ उसकी आवाज 3 से 4 किलोमीटर तक सुनाई दी इस धमाके की घटना सामने एक होटल में लगे सीसीटीवी कैमरे ने कैद हुई धमाके में उत्तर की और लगा एक सीसीटीवी कैमरा भी तेज धमाके की वजह से नीचे गिर गया नीचे जो वाहन रखे थे उनके शीशे टूट गए बाजार की दुकानों पर लगे बोर्ड भी टूट कर नीचे गिर गए धमाके की आवाज सुनकर आसपास के मकानों से लोग बाहर निकल आए शुरू में उनके भी कुछ समझ में नहीं आया क्या हुआ।
विस्फोट की दिल दहलाने वाली आवाज सुनकर प्रशांत विहार 14 में ही रहने वाले नरेश कांदियाल ने कंट्रोल रूप को खबर की कंट्रोल रूम ने NSG को सूचना दी नांदियाल ने विडियो भी बनाया उन्होंने मीडिया को बताया रविवार को सुबह पौने आठ बजे बाहर बड़े जोर का धमाका हुआ,बाहर देखा तो धमाके के साथ पक्षी उड़ते नजर आए मैने वीडियो भी बनाया और पुलिस को दिया इस इलाके में काफी क्राउड रहता है छुट्टी थी इसलिए सड़कों पर कोई खास आवाजाही नहीं थी।
इस जोरदार धमाके में जानमाल का नुकसान नहीं हुआ रविवार को स्कूल बंद रहता है और छुट्टी रहने से सड़क पर भी कम लोग रहते है बाजार भी पूरी तरह से नहीं खुला था इससे लगता है हमलावर का मकसद कोई बड़ा नुकसान पहुंचाने का नहीं था एक मैसेज देने का अधिक लगता है सीआरपीएफ ज्यादातर नक्सली ऑपरेशन करती है।लेकिन अभी तक यह साफ नहीं हुआ कि यह विस्फोट क्यों किया गया किसने किया और उसका मकसद क्या था सवाल यह भी उठता है कि रविवार को हुआ धमाका क्या निर्धारित समय से पहले हो गया।
दिल्ली में सुरक्षा कड़ी करदी गई है और पैदल गश्त बढ़ाई गई है परन्तु 10 महीने बाद हुआ धमाका दिल्ली की सुरक्षा एजेंसियों पर सवालिया निशान भी लगाता है दीवाली से पूर्व राजधानी में इस विस्फोट का होना कही न कही सुरक्षा एजेंसियों की चूक को भी दर्शाता हैं। इससे पहले 26 दिसंबर को इजराइल दूतावास के बाहर विस्फोट हुआ था।