पटना / बिहार के पटना में नीतीश सरकार के खिलाफ आज बीजेपी के प्रदर्शन और विधानसभा मार्च के दौरान कार्यकर्ताओं को आगे बड़ने से रोकने के लिए पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया जिसमें घायल एक बीजेपी नेता की इलाज के दौरान मौत हो गई जबकि सांसद सहित अन्य कई नेता और कार्यकर्ता घायल हुए है बीजेपी ने इसे नीतीश का जंगल राज निरूपित करते हुए लोकतंत्र पर हमला बताया है।
बिहार बीजेपी ने आज पटना में भ्रष्टाचार और कई मुद्दों के साथ लेंड के बदले नोकरी मामले में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन और विधानसभा मार्च का फैसला लिया था जब बीजेपी कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए डाक बंगला चौराहे से आगे बड़े तभी भारी तादाद में मोजूद पुलिस बल ने उन्हे विधानसभा की ओर बड़ने से रोका जब कार्यकर्ता नही माने तो पुलिस के साथ उनका टकराव शुरू हो गया पुलिस ने इस दौरान उन्हें तितर बितर करने के लिए पहले टियर गैस छोड़ी और फिर लाठी चार्ज शुरू कर दिया, जिससे स्थिति बिगड़ गई और भगदड़ मच गई इस दौरान सांसद जयवर्धन सिंह सहित काफी कार्यकर्ता घायल हो गए उनमें शामिल जहानाबाद के बीजेपी के जिला सचिव विजय कुमार सिंह भी शामिल थे अन्य घायलों के साथ उन्हें भी पटना के मेडीकल कॉलेज के अस्पताल में भेजा गया जहां इलाज के दौरान विजय कुमार की मौत हो गई बताया जाता है लाठीचार्ज के दौरान उनके सिर में लगी गंभीर चोट उनकी मौत का कारण बनी।
बताया जाता है जब बीजेपी यह प्रदर्शन आंदोलन कर रही थी उसी समय विधानसभा में कोई बैठक भी चल रही थी। जिसमें मुख्यमंत्री सहित सभी विधायक भी मोजूद थे।
लेकिन एक कार्यकर्ता की मौत और लाठीचार्ज को लेकर बीजेपी हमलावर है बिहार प्रदेश अध्यक्ष चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदर्शन में बरबरता पूर्ण कार्यवाही की गई जो बिहार में व्याप्त जंगलराज को बताता है उन्होंने आरोप लगाया जब से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलकर आए है इसके बाद से बंगाल और बिहार की स्थिति एकसी हो गई है। जबकि बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट कर कहा है कि यह कार्यवाही नीतीश सरकार की बोखलाहट का परिचायक है अपनी भ्रष्ट सरकार को बचाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोकतंत्र पर हमला कर रहे है।