नई दिल्ली / मध्यप्रदेश से राज्यसभा के लिए 5 उम्मीदवारों का चयन होना है जिसमें से चार बीजेपी और एक कांग्रेस के खाते में आता है कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों ने बुद्धवार को अपने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी हैं। लेकिन बीजेपी ने इस बार फिर से दलित पिछड़े और महिला वर्ग को साधने की कोशिश की है जबकि कांग्रेस ने अपनी एक मात्र सीट पर ओबीसी वर्ग को प्राथमिकता देने का काम किया है इस तरह बीजेपी कांग्रेस ने आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर यह बिसात बिछाई है ऐसी चर्चा हैं।
बीजेपी हाईकमान ने मध्यप्रदेश के 4 राज्यसभा प्रत्याशियों के नामों की लिस्ट जारी कर दी है जिसमें एक महिला को भी उम्मीदवार बनाया गया है। तो दो दलित और एक ओबीसी वर्ग से आते है बीजेपी नेतृत्व ने जिन नामो ऐलान किया है उसमें बंसीलाल गुर्जर उमेशनाथ महाराज श्रीमती माया नारोलिया और डॉक्टर एल मुरूगन के नाम शामिल है पहले तीन नाम मध्यप्रदेश से है जबकि डॉ. मुरूगन केंद्रीय मंत्री और तामिलनाडू के बीजेपी नेता है।
ओबीसी से आने वाले बंसीलाल, गुर्जर समाज से है जिनकी अच्छी खासी पकड़ किसानों में भी बताई जाती है और वर्तमान में वह बीजेपी किसान मोर्चे के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद पर है। उनका नाम दो बार से चल रहा था और इस बार वह लोकसभा के लिए तैयारी कर रहे थे बताया जाता है मनासा सीट से वह सांसद का चुनाव लड़ना चाहते थे जहां उनकी अच्छी पकड़ बताई जाती है। जबकी प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्ष माया नारोलिया महिला होने के साथ ओबीसी वर्ग से आती है वह भी होशंगाबाद सीट से इस लोकसभा का चुनाव लड़ने की फिराक में थी इस बावत उन्होंने संगठन के नेताओं को अपनी इच्छा बता भी दी थी। चूकि राव उदय प्रताप सिंह के विधायक और मंत्री बनने से होशंगाबाद सीट खाली भी थी उन्हें पूरी आशा थी कि पार्टी उन्हें यहां से उम्मीदवार घोषित कर सकती है इसी के चलते वह अपनी तैयारी भी कर रही थी।
इधर राज्यसभा के तीसरे कैंडिडेट के रूप में उमेशनाथ महाराज का नाम आने से सभी चौक उठे है यह दलित (बाल्मीक) समाज से आते है खास बात है उमेशनाथ महाराज के उज्जैन स्थित आश्रम में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह भी मत्था टेक चुके है जबकि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जो खुद उज्जैन से आते है उनपर महाराज की विशेष कृपा और आशीर्वाद है बताया जाता है महाराज का उज्जैन सहित पूरे अंचल में काफी प्रभाव भी है। सूत्र बताते है कि मुख्यमंत्री की सिफारिश पर ही उमेशनाथ महाराज का नाम राज्यसभा के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने फायनल किया है।
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पूर्व में बीजेपी ने दो महिला उम्मीदवार कविता पाटीदार और सुमित्रा बाल्मीक को राज्यसभा से उतारकर इन वर्गों को साधने का काम किया था जिसका प्रतिफल पिछले विधानसभा चुनाव 2023 में बीजेपी को मिला भी था लगता है बीजेपी ने फिर से आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए दलित पिछड़े और महिला वोटबैंक को साधने के मद्देनजर जातिगत बिसात को बिछाने का काम बखूबी किया है।
जहां तक कांग्रेस का सबाल है कांग्रेस ने ओबीसी वर्ग से आने वाले अशोक सिंह को अपना राज्यसभा का उम्मीदवार घोषित किया है जो वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस में कोषाध्यक्ष के पद पर है और बड़े कारोबारी भी है। बताया जाता है कांग्रेस नेतृत्व ने पहले राहुल गांधी की करीबी मीनाक्षी नटराजन का नाम फायनल किया था लेकिन उनके नाम पर कांग्रेस के मध्यप्रदेश के नेता राजी नहीं थे अंतिम समय में अशोक सिंह के नाम पर आम सहमति बनी और उनका नाम केंद्रीय नेतृत्व ने घोषित कर दिया। जैसा कि अशोक सिंह दिग्विजय सिंह के नजदीकी बताएं जाते है।जानकारी मिली है कि गुरुवार को अशोक सिंह ने वरिष्ठ नेताओं के साथ मध्यप्रदेश विधानसभा पहुंचकर नामांकन भी दाखिल कर दिया है।
जबकि बीजेपी के राज्यसभा प्रत्याशी डॉक्टर मुरूगन बंसीलाल गुर्जर, उमेशनाथ महाराज और माया नारोलिया आज मध्यप्रदेश विधानसभा पहुंची और अपना अपना नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर सीएम डॉक्टर मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा विशेष रूप से मोजूद रहे।