- मुँगावली मामले को लेकर बीजेपी कांग्रेस आमने सामने,
- बीजेपी ने सिंधिया की चुनाव आयोग में की शिकायत,
- भोपाल में कांग्रेस का प्रदर्शन
भोपाल – मुँगावली का मामला अब पूरी तरह राजनीतिक रंग लेता जा रहा है बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नन्द्कुमार सिंह चौहान ने आज सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की शिकायत चुनाव आयोग में की है जिसमें उन्होंने सिंधिया पर कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाकर चुनाव प्रभावित करने का आरोप लगाया है। इस तरह कांग्रेस और बीजेपी इस मुद्दे को लेकर आमने सामने आ गये है। लेकिन सबाल यह भी है कि जब मुँगावली में चुनाव की घोषणा ही नही हुई है तो इस शिकायत का क्या ओचित्य है।
मुँगावली का मामला लगता है तूल पकड़ता जा रहा है बीजेपी अध्यक्ष ने चुनाव आयोग से की शिकायत में सिंधिया के खिलाफ़ आरोप लगाये है कि उन्होने शासकीय काँलेज के कार्यक्रम को चुनावी अखाड़ा बना दिया और कांग्रेस के बेनर झंडे लगाये और अपनी पार्टी के चुनाव चिन्ह का इस्तैमाल किया और सिंधिया ने मुँगावली के आगामी उपचुनाव के मद्देनजर यह किया है उनके खिलाफ़ आयोग कार्यवाही करे, दोनों राजनीतिक पार्टियाँ शिकायत के बाद आरोप प्रत्यारोपो में उलझी दिखाई दे रही है कांग्रेस प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि सिंधिया के खिलाफ़ यह शिकायत भाजपा की मानसिकता के दिवालियापन की निशानी है जो दलित विरोधी मानसिकता का परिचायक भी है कांग्रेस का कहना है जब चुनावों की घोषणा ही अभी नही हुई फ़िर आचार संहिता का उल्लंघन कहा से हो गया।
वही बीजेपी प्रवक्ता राहुल कोठारी का आरोप है कि राजनीतिक फ़ायदे के लिये सिंधिया काँलेज के कार्यक्रम में शरीक हुएं थे वो इस क्षेत्र के लम्बे समय से सांसद है लेकिन इससे पहले तो वे नही आये, कार्यक्रम तो एक बहाना था ।प्रवक्ता के मुताबिक बीजेपी महाविद्यालयों को राजनीतिक अखाड़ा बनाने के हमेशा खिलाफ़ रही है इसी के चलते उसने छात्र संघ चुनावों पर रोक लगाई हैं ।
इधर भोपाल के राजभवन पर आज कांग्रेस ने तुलसी सिलावट के नेतृत्व में जोरदार प्रदर्शन किया कांग्रेस का यह प्रदर्शन मुँगावली के काँलेज के प्राचार्य बी. एल. अहिरवार के निलम्बन के खिलाफ़ था ।वही बिना सूचना दिये हुएं इस आंदोलन से पुलिस को खासी परेशानी हुई कम सख्या के चलते उन्हें कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने के लिये काफ़ी मशक्कत करना पडी़ ।
इधर कांग्रेस और बीजेपी दौनो पार्टियो में इस मुद्दे को अपने पक्ष में भुनाने के लिये घमासान छिड़ गया है कारण है कांग्रेस के यहाँ से विधायक रहे महेन्द्र सिंह कालूखेडा का हाल ही में निधन होने से इस विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है परंतु अभी चुनाव आयोग ने यहाँ चुनाव की घोषणा नही की है परंतु बीजेपी इस बहाने अपनी जमीनी पकड़ बनाने के प्रयास में जुटी है तो कांग्रेस भाजपा को दलित विरोधी करार देकर फ़िर से इस सीट को कब्जाने की फ़िराक में है अभी जब यह हालत है फ़िर चुनाव के दौरान भिड़ंत कैसी होगी इसका पूर्वानुमान लगाया जा सकता है।