- मुजफ़्फ़रपुर योन शोषण कांड- मंत्री मंजू वर्मा का इस्तीफ़ा
- उनके पति के मुख्य आरोपी से गहरे सम्बन्ध उजागर,
- मंत्री पर शेल्टर होम पर कार्यवाही नही करने का आरोप
पटना / बिहार की सामाजिक कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया है जैसा कि उनपर मुजफ़्फ़रपुर बालिका योन शोषण कांड की जांच में पुष्टि होने के बावजूद कार्यवाही नही करने के साथ उनके पति के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर से नजदीकी सम्बन्ध के संगीन आरोप लगे हैं। खास बात है सुशासन बाबू और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी एक सुर से मंत्री मंजू वर्मा का बचाव करते रहे थे।
मुजफ़्फ़रपुर के बालिका शेल्टर हाउस में बच्चियों के योन शोषण का मामला उजागर होने के बाद इस बालिका ग्रह के संचालक ब्रजेश ठाकुर को गिरफ़्तार कर लिया गया था जिसमे आरजेडी और विपक्ष का दबाव काफ़ी प्रभावी रहा,वही सुप्रीम कोर्ट की बिहार सरकार को लगी फ़टकार काम आई, जबकि ब्रजेश ठाकुर ने कबूला कि उन्हें बिहार की सामाजिक कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति चन्द्रेश्वर वर्मा का सरक्षंण प्राप्त है और कॉल डिटेल में पुलिस ने इसकी पुष्टि भी की।
इसके बाद बिहार की राजनीति में उबाल आ गया और जो नीतीश कुमार मंत्री मंजू वर्मा का बचाव कर रहे थे उन्हें उनका इस्तीफ़ा लेने को मजबूर होना पड़ा जबकि मुजफ़्फ़रपुर के उसी बालिका ग्रह की पीडित लडकियों ने भी बताया था कि ब्रजेश ठाकुर के दोस्त एक बड़े पेट वाले व्यक्ति भी उनके पास बेरोकटोक आते जाते थे।जो मंत्री के पति चन्द्रेश्वर वर्मा थे।
इधर मंत्री मंजू वर्मा ने इस्तीफा देने के बाद कहा कि मेरे पति पूरी तरह से निर्दोष हैं यह हमारे खिलाफ साजिश हैं,और मेरे पति को फ़ंसाया जा रहा हैं,यह सुशासन पर दाग लगाने का प्रयास हैं।
लेकिन मंजू वर्मा पर आरोप हैं कि ये उसी विभाग की मंत्री हैं जिसमें प्रदेश के सभी बालक बालिका ग्रह और छात्रावास आते है इस शेल्टर हाउस की शिकायत की रिपोर्ट के बावजूद इसके खिलाफ उन्होंने जानबूझकर कोई कार्यवाही नही की,लेकिन सबाल यह भी उठ रहे हैं कि इस मुद्दे को लेकर राजनीति तो खूब हो रही हैं लेकिन उसके पीछे उन पीडित और लापता लडकियों को एक तरह से भुला दिया गया हैं कि इस शर्मनाक हादसे के बाद उनकी क्या हालत है और लापता बच्चियॉ कहा हैं इसकी चिन्ता किसी को नही हैं जो गम्भीर पहलू हैं।