मुंबई/ महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर ने उद्धव गुट की दलील को खारिज कर दिया और अपना फैसला सुनाते हुए कहा कि शिन्दे गुट ही असली शिवसेना है उन्होंने शिवसेना उद्धव गुट के 2018 के संविधान संशोधन को अमान्य करते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने भी शिवसेना के 1999 के संविधान को माना है और मैं इससे बाहर कैसे जा सकता हूं उद्धव ठाकरे को एकनाथ शिंदे को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से निकालने का कोई अधिकार ही नहीं था और पार्टी के 1999 के संविधान के आधार पर शिंदे गुट का असली शिवसेना होने का यही आधार है। इस तरह जिन 16 विधायकों पर अयोग्यता का खतरा था स्पीकर के इस फैसले से वह टल गया है।
महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर ने आज शिवसेना शिंदे गुट के 16 विधायको की अयोग्यता पर फैसला सुनाया स्पीकर ने कहा असली शिवसेना कोन सी हैं यह मुद्दा है। उन्होंने अपने फैसले में कहा चुनाव आयोग के पास शिवसेना का एक ही सविधान 1999 का था जबकि उद्धव गुट के चुनाव आयोग के सामने पेश संविधान पर सहमति नहीं बनी थी और चुनाव आयोग ने शिवसेना का नया 2018 का संशोधित संविधान नही माना उसने भी 1999 का संविधान को मान्यता दी है उसका कारण रहा उद्धव गुट ने अपने संशोधित संविधान के दस्तावेज चुनाव आयोग के समक्ष पेश नही किए। लेकिन शिवसेना उद्धव गुट ने इस फैसले को मैच फिक्सिंग बताया है।
इस तरह स्पीकर ने शिंदे गुट को असली शिवसेना माना और कहा उसे पास 55 में से 35 विधायकों का समर्थन है इस तरह शिंदे गुट पर पूर्ण बहुमत है । उन्होंने यह भी कहा कि बाला साहेब ठाकरे की वसियत को इसका आधार नही माना जा सकता और चुनाव आयोग के सामने पेश संविधान ही माना जायेगा स्पीकर ने यह भी कहा मैं चुनाव आयोग के फैसले से बाहर नहीं जा सकता। असली पार्टी कोन यह 1999 के संविधान से ही माना जायेगा इस तरह एकनाथ शिंदे गुट ही असली शिवसेना है।
जैसा कि महाराष्ट्र विधानसभा की कुल 288 सीटें है वर्तमान में एनडीए के रूप में एकनाथ शिंदे सरकार के पास 209 विधायक है। जिसमें बीजेपी के 106 शिंदे गुट के 40 एनसीपी अजीत गुट एवं अन्य 63 विधायक है। शिंदे गुट के 16 एमएलए के डिस्क्वालीफाई होने का डर था और इनके अयोग्य होने पर बाकी 24 विधायक भी तकनीकि तौर पर अयोग्य हो जाते और शिंदे गुट के 16 विधायक अयोग्य होते तो शिन्दे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ता।
इधर इस फैसले के बाद शिवसेना उद्धव गुट के प्रवक्ता संजय राउत का बयान आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि यह फैसला पूरी तरह मैच फिक्सिंग है शिवसेना खत्म नहीं होने वाली हम स्पीकर के इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जायेंगे। उन्होंने कहा हमारी लड़ाई न्यायालय में जारी रहेगी।