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कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोलने आये भनोट ने कहा सिंधिया और कांग्रेस की विचारधारा अलग
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कांग्रेस ने नही बीजेपी ने किया दलित का अपमान…
ग्वालियर– मध्यप्रदेश में उपचुनाव की सरगर्मियां तेज होती जा रही है इसी सिलसिले में ग्वालियर चंबल संभाग की 16 सीटों पर सभी का ध्यान केंद्रित है। दो सप्ताह में कई बड़े नेताओं के ग्वालियर में दौरे हो चुके हैं। इसी सिलसिले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोलने और माहौल का पता लगाने के लिए पूर्व मंत्री तरुण भनोट शनिवार को ग्वालियर पहुंचे।
उन्होंने कांग्रेस कार्यालय पर कार्यकर्ताओं और पार्टी के अनुषांगिक संगठनों के पदाधिकारियों से बातचीत की। इस मौके पर उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात उनके सामने रख सकते हैं जिसे वे पार्टी हाईकमान तक पहुंचाने का काम करेंगे।
इस मौके पर कई नेताओं ने अपने समर्थकों के साथ दावेदारी की कोशिश की लेकिन उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि वे अभी सिर्फ पार्टी को उपचुनाव में कैसे विजय मिले इसको लेकर कार्यकर्ताओं की बैठक लेने आए हैं । इस दौरान विधायक विनय सक्सेना और नीलेश अवस्थी भी मौजूद थे।
मीडिया से बातचीत में पूर्व मंत्री तरुण भनोट ने कहा कि कांग्रेस में टिकट को लेकर कोई मारामारी नही हैं पर यह भी सही हैं कि टिकट मांगने वाले अधिक है लेकिन अभी हम कार्यकर्ता की बात सुनने और उनकी भावना को समझने आये है टिकट का फैसला काँग्रेस हाईकमान को करना हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से संबंधित सवाल पर पूर्व मंत्री तरुण भनोट ने सधी हुई प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि वे बीजेपी की विचारधारा से जुड़े हैं और अपनी पार्टी लाइन पर काम करेंगे।
जबकि हम कांग्रेस की विचारधारा से जुड़े हुए हैं और अपनी पार्टी के नीति सिद्धांत और संगठन के बल पर जनता के बीच जाएंगे। लेकिन उन्होंने यह जरूर कहा कि जिस तरह से मध्यप्रदेश में लोकतंत्र का मखौल बनाया गया है उसे लेकर जनता उपचुनाव में सत्तारूढ़ दल को सबक जरूर सिखाएगी।
कांग्रेस नेता तरुण भनोट ने दलित के अपमान के सवाल पर कहा कि फूलसिंह बरैया का अपमान कांग्रेस ने नही बीजेपी ने किया है जब राज्यसभा चुनावों की घोषणा हुई थी उस समय कांग्रेस के पास 123 विधायक थे और हमारे दोनों प्रत्याशी जीतते और राज्यसभा में जाते लेकिन बीजेपी ने खरीद फरोख्त की और संरकार गिरा दी और विधायकों को पाला बदलने पर मजबूर कर दिया उन्होंने कहा सब दोष भाजपा का है इसमें हम कहा से आ गये।