प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंगलवार की रात उठाए गए कदम के दूरगामी परिणाम होंगे। पीएम मोदी ने 500 और 1000 के नोट आधी रात से बंद करने का एलान किया था। देश में काला धन और भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए प्रधानमंत्री का ये कदम तारीफे काबिल है। इसका सीधा असर हमारे देश में होने वाले चुनाव, नौकरशाहों के भ्रष्टाचार और कालाधन जमा करने वालों पर होगा। सरकार द्वारा 500 और 2000 के नए नोट जारी करने का भी फैसला किया गया है।
जिस तरह से अमेरिकी डाॅलर की डुप्लिकेसी अथवा नकल नहीं हो सकती ठीक उसी तर्ज पर सरकार ने 500 और 2000 के नोट बाजार में लाने का फैसला किया है। समझा जाता है कि इन नोटो की नकल अथवा जाली करंसी नहीं बन पाएगी क्योंकि इसमें एक माइक्रोचिप लगी होगी। जिसके कोड और डिकोर्ड की जानकारी सिर्फ सरकार के पास होगी। ऐसे में लंबे समय से बांगलादेश, पाकिस्तान और नेपाल के रास्ते आ रही जाली करंसी पर रोक लगेगी। जाली करंसी का सीधा असर हमारी अर्थ व्यवस्था पर पड रहा था। बाजार में इस समय 14 लाख करोड के 500 और 1000 हजार के नोट प्रचलन में थे। सरकार ने इन नोटों को बदलने के लिए 30 दिसंबर तक का लोगो को समय दिया है।
मंगलवार की रात से ही एटीएम और पेट्रोल पंपो पर उमडने वाली भीड बुधवार को भी एटीएम और बैंको के चकर काटती नजर आई। गुरूवार तक बैंक और एटीएम की सेवांए बंद रहने से आम लोगो को खासकर निम्न वर्ग के लोगो को खासी परेशानी का सामना उठाना पड रहा है। देर से उठाया गया ये कदम चुनाव होने वाले भ्रष्टाचार जमाखोरो और कालाबाजारियों पर भी नकेल कसने में सार्थक सिद्ध होगा ऐसी उम्मीद की जा सकती है।