नई दिल्ली/ अंतरराष्ट्रीय रेसलर बजरंग पूनिया ने आज अपना पद्मश्री अवार्ड सरकार को वापस कर दिया। इससे पहले गुरुवार को महिला पहलवान साक्षी मलिक ने संजय सिंह के भारतीय कुश्ती संघ का अध्यक्ष बनने पर कहा था उन्हें अब इंसाफ नहीं मिलेगा और कुश्ती से सन्यास लेने का ऐलान किया था। पद्मश्री अवार्ड वापस करने के बाद बजरंग पूनिया ने कहा कि खेल मंत्री और गृहमंत्री के आश्वासन पर हमने अपना आंदोलन खत्म किया था लेकिन उन्होंने वायदा नही निभाया इससे दुखी होकर मैं अपना पदक प्रधानमंत्री को लौटा रहा हूं। इससे स्पष्ट होता है कि देश का गौरव बड़ाने वाले यह अंतराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त पहलवान आज कितने बेबस और निराश है।
भारतीय रेसलर बजरंग पूनिया अन्य पहलवानो के साथ दिल्ली में प्रधानमंत्री हाउस पहुंचे लेकिन उन्हें अंदर दाखिल होने की अनुमति के अभाव में बजरंग को मोजूद पुलिस बल ने कर्तव्य पथ पर पहले ही रोक दिया । जब वहां तैनात पुलिस बल ने बजरंग पूनिया को आगे नही बड़ने दिया तो उन्होंने पीएम के नाम लिखी एक चिट्ठी के साथ अपना पद्मश्री अवार्ड कर्तव्य पथ पर फुटपाथ पर रख दिया और वापस लौट लिए।
इस दौरान पूरी मीडिया भी वहां मोजूद थी बातचीत में बजरंग पूनिया ने कहा कि हमारी महिला पहलवानों ने छेड़छाड़ और यौन शोषण के खिलाफ जंतर मंतर पर धरना दिया था इस दौरान खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और गृहमंत्री अमित शाह ने आश्वासन दिया था कि आपके साथ न्याय होगा और तत्कालीन भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर कड़ी कार्यवाही होगी लेकिन कुछ नही हुआ हमने कुश्ती संघ की अध्यक्ष महिला को बनाने की मांग भी रखी थी लेकिन आज आरोपी बृजभूषण सिंह का खास और उनके बिजनेस पार्टनर संजय सिंह अध्यक्ष बन गया उन्होंने कहा हम पहलवान जैसी कार्यवाही चाहते थे वह नही हुई आज हम हताश और निराश है उन्होंने आरोप लगाया कि खेल मंत्री और गृहमंत्री का जो आश्वासन था दिखावा साबित हुआ महिला पहलवानों को न्याय नहीं मिला जिससे मैं काफी दुखी और व्यथित हूं उन्होंने पीएम को लिखी चिट्ठी में कहा कि क्या करें, कहा जाएं,अब सम्मान के बोझ तले नही जी सकते यह एवार्ड मेरे पास रहा तो मेरा मन मुझे कचोटता रहेगा इसलिए मैं इसे सरकार को वापस कर रहा हूं।
इधर आज कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी कुश्ती छोड़ने वाली रेसलर साक्षी मलिक के घर पहुंची और उनसे बातचीत कर उन्हें ढांढस बंधाया इस अवसर पर बजरंग पूनिया सहित कई पहलवान भी मोजूद थे।