- बाबा रामरहीम दोषी करार
- हरियाणा में व्यापक हिंसा, आगजनी तोड़फ़ोड और पथराव
- 28 की मौत 250 घायल
हरियाणा – सीबीआई की विशेष अदालत ने साध्वी से योन शोषण मामले में डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख बाबा रामरहीम को दोषी माना है और 18 अगस्त को उनको सजा सुनाई जायेगी, लेकिन इसके बाद बाबा के समर्थको ने पंचकुला और पूरे हरियाणा में हिंसा पथराव और आगजनी का तांडव शुरु कर दिया, इस दौरान 28 लोगो की मौत हो गई बल्कि करीब 250 लोग घायल हो गये है, पुलिस ने भी इस उपद्रव के दौरान फ़ायरिन्ग की और अश्रुगैस के गोले भी छोड़े, और यह हिंसा पंजाब, दिल्ली और उ. प्र. तक जा पहुंची , खास है हरियाणा सरकार इस मामले में पूरी तरह नाकाम साबित हूई है जबकि हाईकोर्ट ने पहले ही पूर्व तैयारियो के मद्देनजर उसे चेतावनी दी थी, वही पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने इस उपद्रव के बाद बाबा की सम्पति जब्त कर लोगो के नुकसान की भरपाई करने के आदेश जारी किये है।
बाबा रामरहीम के खिलाफ़ आज सीबीआई की कोर्ट ने अपने फ़ैसले में उन्हें दोषी माना और बलात्कार और अपराधिक साजिश रचने की धाराओ के तहत कार्यवाई के आदेश दिये,इसके तुरंत बाद पुलिस ने उन्हे गिरफ़्तार कर लिया और हैलीकाँप्टर से उन्हें लेजाया गया, वही पुलिस और सीआरपीएफ़ के जवान चारो तरफ़ नजर बनाये हुएं थे, लेकिन यह खबर फ़ैलते ही बाबा के समर्थको ने गुण्डागर्दी शुरू कर दी और पंचकुला में उन्होने आगजनी और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया और यह हिंसा सिरसा संगरूर बटिन्डा, मानसा आसपास के इलाको में भी फ़ैल गई इसके बाद हरियाणा पंजाब दिल्ली उत्तर प्रदेश मै भी डेरा समर्थको ने उपद्रव शुरू कर दिया।
डेरा समर्थको ने पंचकुला में हिंसा की शुरूआत की और सेक्टर 2 और 3 में सरकारी संपत्ति सहित सैकड़ों दो और चार पहिया वाहनो में आग लगादी तीन मीडिया के ओवी वेन वाहन भी आग के हवाले कर दिये, पुलिस पर उन्होने जोरदार पथराव भी किया इसके अलावा डेरा समर्थको ने बटिन्डा और मानसा में पेट्रोल पम्पो मै आग लगादी, सन्गरूर और बगराला मै बिजली घर आग के हवाले कर दिये, पंचकुला और मानसा की अदालतो मै आगजनी हूई है, मानसा और मनोट में डेरा समर्थको ने रेल्वे स्टेशनो को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की, पंचकुला के एल. आई. सी दफ़्तर में भी आग लगादी, इसके अलावा कई सरकारी दफ़्तरो दुकानो घरो को दुकानो को भी आगजनी का शिकार बाबा समर्थको ने बनाया,
यह उपद्रव हरियाणा के बाद पंजाब दिल्ली और उत्तरप्रदेश में भी फ़ैल गया,दिल्ली से सटे नोयडा में धारा144 लगादी गई है दिल्ली के आनंद विहार में एक बस और ट्रेन में आगजनी की खबर है, इधर करनाल और सिरसा में डेरा सच्चा सौदा का मुख्यालय होने और वहां समर्थको की मौजूदगी के चलते पुलिस ने फ़्लेग मार्च किया,इस हिंसा और गुण्डागर्दी को रोकने के लिये पुलिस और सीआरपीएफ़ ने काफ़ी कोशिशे की इस दौरान अश्रुगैस के गोले दागे, लाठीचार्ज किया और फ़ायरिन्ग भी की परंतु वह उपद्रवियो की ज्यादा संख्या होने से उनपर अन्कुश लगाने में नाकामयाब रही।
इस हिंसा में पंचकुला मै 27 और सिरसा में 1 व्यक्ति की मौत हो गई और करीब 250 लोग घायल हो गये है, जबकि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने शान्ति की अपील करते हुएं कहा कि कानून हाथ में लेने वालो के खिलाफ़ कडी कार्यवाही की जायेगी उन्होने अफ़वाहो पर ध्यान ना देने के साथ उपद्रवियो से सख्ती से निपटने का भरोसा भी दिया है।
परंतु इस घटना मै हरियाणा सरकार की नाकामी सामने आई है यह तीसरा मौका है जब वह फ़ेल साबित हूई, पहले 2014 के रामलाल विवाद मामला, दूसरा जाट आरक्षण मामला और अब बाबा रामरहीम मामला तीनो मै वह कानून व्यवस्था के मोर्चे पर फ़ेल साबित हूई है, सबाल है कि क्या खट्टर अभी भी मुख्यमंत्री पद पर बने रहेंगे?
जबकि हरियाणा हाईकोर्ट ने इस घटना के मद्देनजर फ़ैसला दिया है कि बाबा रामरहीम की सम्पत्तियो को जब्त किया जाये, और उससे प्राप्त राशि से लोगो के नुकसान की भरपाई की जायेगी, सबाल है कि धारा 144 लगाने के बावजूद हजारो की सख्या मै बाबा के समर्थक पंचकुला में कैसे आ गये इससे कही ना कही राजनीति की सुगबुगाहट भी देखी जा रही है।