अहमदाबाद / वर्ल्ड कप का सेमी फायनल सहित 10 मैच में अपराजित भारत फायनल मैच में ऑस्ट्रेलिया से हार गया। भारत की जीत के बीच में ट्रेविस हेड दीवार बन कर खड़े रहे और उन्होंने शतकीय पारी (137 रन) खेलते हुए मैच एकतरफा कर दिया। उनका साथ नाबाद रहे मारनस लबूशेन (58 रन) ने बखूबी दिया। दोनों के बीच हुई 192 रन की सांझेदारी ने मैच एकतरफा कर दिया और भारत 6 विकेट से फायनल में पराजित हो गया। खास बात है आस्ट्रेलिया छठी बार वर्ड कप चैंपियन बना है। पहले खेलते हुए भारत ने निर्धारित 50 ओवर में 240 रन बनाए और आस्ट्रेलिया ने 4 विकेट पर 241 रन बनाकर यह मैच जीत लिया। खास बात रही शतक बनाने वाले ट्रेविस हेड ने रोहित शर्मा का कठिन कैच लेकर भारत की रन गति को एक तरह से रोक दिया। रोहित और विराट कोहली के विकेट एक तरह से मैच के टर्निग प्वाइंट कहे जा सकते है। ट्रेविस हेड मेन ऑफ द मैच और सबसे अधिक 765 रन बनाने वाले विराट कोहली प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट रहे।
आस्ट्रेलिया के कप्तान पेट कमिंस ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी करने को कहा भारत के ओपनर कप्तान रोहित शर्मा और शुभमन गिल ओपनिंग करने उतरे रोहित ने फायनल में भी भारत को तेज शुरूआत की लेकिन जब भारत का स्कोर 30 रन था तो गिल (4 रन ) मिचेल स्टार्क की बॉल पर ऐडम जेंपा को एक आसान कैच देकर पवेलियन लौट आए,उसके बाद रोहित ने तेज खेल दिखाया लेकिन ग्लेन मैक्सवेल के ओवर क्रेवड़ो बॉल पर छक्का और चौका मारने के बाद रोहित ने फिर से बाउंड्री के लिए शॉट मारा तो गेंद हवा में उठ गई और 10 मीटर पीछे दौड़ते हुए ट्रेविस हेड ने उनका शानदार कैच लपका रोहित ने 47 रन (31 बॉल) बनाए।
उसके बाद इनफॉर्म बल्लेबाज श्रेयश अय्यर (4 रन) आज नही चले कमिंस की एक बाहर जाती बॉल को उन्होंने खेला पर इंगलिश ने उनका विकेट के पीछे कैच ले लिया। भारत 83 रन पर तीन विकेट खोकर संकट में आ गया, और रन गति पर रोक लग गई उसे बाद विराट कोहली और केएल राहुल के बीच चौथे विकेट के लिए 67 रन की पार्टनरशिप हुई जो कोहली के 54 रन पर कमिंस की बॉल पर बोल्ड होने पर टूटी। राहुल रविंद्र जडेजा के साथ सम्हल कर पारी को बढ़ाते रहे लेकिन जडेजा (9 रन) को हेजलबुड ने आउट कर दिया उसके बाद राहुल को मिचेल स्टार्क ने विकेट के पीछे आउट कर दिया राहुल ने 66 रन (107 बॉल) बनाए और भारत का स्कोर 6 विकेट पर 203 रन का हो गया। सूर्य कुमार यादव से भारत को तेज पारी की आशा थी लेकिन पिच काफी धीमा खेल रही थी भारत जब 226 रन पर था तो वे हेजलबुड की धीमी बॉल पर तेज शॉट लगाया और इंगलिश ने गलती नही की सूर्यकुमार 18 रन (28 बॉल) पर कैच हो गए।भारत की टीम 240 रन पर ऑल आउट हो गई। कुलदीप यादव (10 रन) अंतिम बॉल पर रन आउट हुए और मोहम्मद सिराज 8 रन पर नोट आउट रहे।
आस्ट्रेलिया के गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने 55 रन देकर सबसे अधिक भारत के 3 बल्लेबाजों को आउट किया। जबकि पेट कमिंस ने 34 रन देकर 2 जॉस हेजलबुड ने 60 रन देकर 2 विकेट लिए, जबकि ग्लेन मैक्सवेल और एडम जेम्पा ने एक एक खिलाड़ी को आउट किया।
भारत ने आस्ट्रेलिया को जीत के लिए 241 रन बनाने का टारगेट दिया था।भारत ने शुरूआत में मैच पर पकड़ बनाने की पूरी कोशिश की ,डेविड वार्नर (7 रन) को मोहम्मद शमी ने विराट कोहली के हाथों कैच कराकर आउट कर दिया, उसके बाद जसप्रीत बुमराह ने पहले मिचेल मार्श (15 रन) और उसके बाद स्टीव स्मिथ ( 4 रन) को लेग बिफोर आउट कर दिया और आस्ट्रेलिया के तीन विकेट 47 रन पर गिर गए थे, लगा कि भारत जीत सकता है लेकिन ट्रेविस हेड और मारनस लबुशेन ने भारत की आशाओं पर पानी फेर दिया। दोनों के बीच 192 रन की पार्टनरशिप हुई ट्रेविस हेड 137 रन (120 बॉल) पर सिराज की बॉल पर गिल के हाथों कैच होकर पवेलियन लोटे उन्होंने अपनी पारी में 7 चौके और 3 छक्के लगाए इस तरह आस्ट्रेलिया का 239 रन पर चौथा विकेट गिरा और उस समय आस्ट्रेलिया जीत से केवल 2 रन दूर था ग्लेन मैक्सवेल ने 43 वे ओवर की अंतिम बॉल पर 2 रन बनाकर आस्ट्रेलिया को 241 रन पर पहुंचाया और आस्ट्रेलिया ने 6 विकेट से जीत हासिल कर ली। मारनस लबुशेन 58 रन (110 बॉल)पर नाबाद रहे।
भारत के बॉलर जसप्रीत बुमराह ने आस्ट्रेलिया के 2 बल्लेबाजों को आउट किया जबकि मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज ने एक एक विकेट लिया।
आस्ट्रेलिया छठी बार ओडीआई वर्ल्ड कप का चैंपियन बना है, इससे पहले वह 1987, 1999, 2003, 2007,2015 में वर्ल्ड चैंपियन रहा है और अब 2023 में आस्ट्रेलिया ने पेट कमिंस की कप्तानी में छठी बार यह चैंपियनशिप जीती है। 2003 में वह फायनल में भारत को हराकर ही वर्ल्ड चैंपियन बना था। जबकि भारत 1983 में कपिल देव और 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में वर्ड चैंपियन रहा है।