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कानपुर के बिकरू गांव में कुख्यात बदमाश विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस पर घात लगाकर हमला…
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एक सीओ सहित 8 पुलिस कर्मी शहीद 7 घायल
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दो बदमाश ढेर…
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बीजेपी नेता एवं राज्यमंत्री संतोष शुक्ला की हत्या का है आरोपी विकास…
कानपुर– उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के एक गांव में कुख्यात बदमाश विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस पर हुए हमले में एक सीओ एक एसओ सहित 8 पुलिस कर्मी शहीद हो गये और 7 पुलिस कर्मी घायल हो गये हैं जबकि दो बदमाशों के मारे जाने की भी खबर हैं।
पुलिस को घटना स्थल से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद हुए हैं। जबकि गैंगेस्टर विकास दुबे फरार होने में कामयाब रहा और भागने के दौरान बदमाश पुलिस के हथियार भी लूट ले गये।
कानपुर पुलिस को जानकारी मिली थी कि उत्तर प्रदेश का कुख्यात अपराधी विकास दुबे और उसका गैंग बिठूर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में डेरा डाले हुए हैं और किसी वारदात का प्लान बना रहा हैं।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर करीब दो दर्जन पुलिस अधिकारी और पुलिस कर्मियों की टीम ने इन्हें पकड़ने के लिये बिकरू गांव में रात 12 बजे जब दविश दी तो गांव में दाखिल होने वाले रास्ते पर पुलिस को एक जेबीसी मशीन खड़ी दिखाई दी।
जब पुलिस के वाहन वह रुके तो एकाएक गांव के कुछ घरों के ऊपर से पुलिस कर्मियों पर धात लगाकर हमला शुरू हो गया और ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू हो गई पुलिस अचानक इस हमले से घिर गई लेकिन बदमाशों के हमले के जबाब में उंसने भी गोलियां चलाना शुरू कर दिया ।
लेकिन इस हमले में सीओ देवेंद्र मिश्र (डीएसपी), एसओ महेश चंद्र यादव एसआई अनूप कुमार सिंह, एसआई नेवूलाल सहित कॉन्स्टेबल सुल्तान सिंह, कॉन्स्टेबल राहुल, कॉन्स्टेबल जितेंद्र और कॉन्स्टेबल बबलू की गोली लगने से मौत हो गई है।
इसके अलावा बिठूर थाना प्रभारी कौशलेंद्र प्रताप सिंह समेत 7 पुलिस कर्मियों को गोली लगी है। जिंन्हे कानपुर के रीजेंसी हॉस्पिटल में इलाज के लिये भर्ती कराया गया है। उनमें दो की हालत नाजुक बताई जाती हैं।
बताया जाता है रात के अंधेरे का लाभ उठाकर कुख्यात अपराधी विकास दुबे सहित उंसके साथी बदमाश भाग गये घटना स्थल से तीन बदमाशों के शव बरामद होने की खबर है लेकिन फिलहाल आईजी पुलिस मोहित दुबे ने दो शव मिलने की पुष्टि की हैं।
पुलिस को घटना स्थल से भारी मात्रा में हथियार और कारतूस बरामद हुए है महत्वपूर्ण है कि बदमाशों के पास एके 47 भी थी क्योंकि पुलिस को एके 47 की गोली के खोके भी मिले हैं।
कानपुर पुलिस अब मारे गये बदमाशों की ग्रामीणों से शिनाख्त करायेगी। जबकि पुलिस के कुछ हथियार भी गायब है संभावना है भागने के दौरान बदमाश पुलिस के हथियार भी ले गये।
कोंन है विकास दुबे–
बिकास दुबे कानपुर के बिकरू गॉव का रहने वाला है जो सरपंच और जिला पंचायत सदस्य भी रहा है 2001 में इसने पुलिस थाने में घुसकर बीजेपी नेता एवं राज्यमंत्री संतोष शुक्ला की गोली मारकर हत्या की थी और इस पर 60 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज है और इसपर 25 हजार का इनाम भी घोषित है इसे अक्टूबर 2017 में एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था हाल में यह जेल से बाहर आया था।
पुलिस ने क्या बताया –
डीजीपी एच सी अवस्थी के मुताबिक पुलिस ने गुरुवार रात बिठूर थाना क्षेत्र के विकरू गांव में हिस्ट्री शीटर बदमाश विकास दुबे को पकड़ने के लिये दबिश देने गई थी, लेकिन बदमाशो को शायद खबर लग गई उन्होंने बीच रास्ते में जेसीबी मशीन रखदी जिससे रास्ता अविरुद्ध हो गया।
तभी हमला हुआ उनके मुताबिक कानपुर में राहुल तिवारी ने इस बदमाश पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कराया था पुलिस उस मामले में इसे गिरफ्तार करने गई थी पुलिस पर जो हमला हुआ है उंसके खिलाफ पुलिस कड़ी कार्यवाही करेगी इसके लिए एसटीएफ को टॉस्क दे दिया गया हैं।
क्या पुलिस में ही बदमाश का मुखबिर छुपा है-
लेकिन सबाल यह उठता हैंग पुलिस की इस कार्यवाही की जानकारी बदमाश विकास दुबे तक कैसे पहुंची? क्या पुलिस में ही कोई ऐसा व्यक्ति है जिसने उसे इस दविश की पहले ही जानकारी दे दी और बदमाशों ने पहले से ही जेबीसी लगाकर पुलिस का रास्ता रोका और पास के घरों के ऊपर मोर्चा सम्हाल लिया।
एसटीएफ क्या इसकीं खोजबीन भी करेगी और अपने बीच छुपे बदमाश के मुखबिर के चेहरे से नकाब उठाएंगी यह बात भी काफी अहम है क्योकि पुलिस के एक डीएसपी लेबल के अफसर 8 लोग शहीद हुए हैं जिससे यूपी पुलिस फोर्स को भी भारी नुकसान हुआ है।