ग्वालियर- लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा संस्थान को स्वतंत्र यूनिवर्सिटी के रूप में विकसित किया जायेगा। इसके लिये भारत सरकार शीघ्र ही प्रस्ताव तैयार करेगी। साथ ही ग्वालियर स्थित भारतीय रेलवे के हॉकी स्टेडियम में नई एस्ट्रोटर्फ बिछाने पर आने वाले खर्च का 50 प्रतिशत हिस्सा केन्द्रीय खेल मंत्रालय वहन करेगा। यह दोनों बात केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार विजय गोयल ने एलएनआईपीई में आयोजित आठवें दीक्षांत समारोह के दौरान कही।
कार्यक्रम में केन्द्रीय ग्रामीण विकास, पंचायतीराज, पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, राज्यसभा सांसद प्रभात झा, रानी लक्ष्मीबाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय झाँसी के कुलपति प्रो. पंजाब सिंह, एलएनआईपीई की कुलपति प्रो. दिलीप कुमार दुरेहा सहित अन्य गणमान्य नागरिक और संस्थान के छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
केन्द्रीय खेल मंत्री गोयल ने कहा कि शारीरिक और मानसिक विकास के लिये खेल आवश्यक हैं। खेल व्यक्ति को स्वस्थ रहने में मदद करते हैं। इसीलिए भारत सरकार की सोच है कि अगर व्यक्ति स्वस्थ रहेगा तो सरकार का स्वास्थ्य सुविधाओं पर होने वाला खर्च स्वतरू ही कम हो जायेगा, जिसका उपयोग शिक्षा और खेलों के विकास पर किया जा सकता है। उन्होंने कहा भारत सरकार द्वारा खेलों के स्तर को ऊपर उठाने के लिये लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। भारत ने रीओ ओलम्पिक में अभी तक का सबसे बड़ा 119 सदस्यीय खिलाड़ियों का दल भेजा था, हम गत दो वर्षों में देश के खेल परिदृश्य पर नजर डालें तो पायेंगे कि हमारे खिलाड़ियों के स्तर में लगातार सुधार हो रहा है। भारत के खिलाड़ी देश और विदेश की प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। देश में खेल सुविधाओं के विस्तार के लिये भारत सरकार द्वारा बुधवार को मुम्बई में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री के साथ पाँच करार किए हैं। गोयल ने कहा कि क्रिकेट के साथ-साथ देश में फुटबॉल की लोकप्रियता बढ़ाने के उद्देश्य से खेल मंत्रालय द्वारा “फीफा अण्डर-17” का आयोजन इस वर्ष किया जा रहा है। इसमें 15 हजार स्कूलों के एक करोड़ बच्चे भागीदारी करेंगे।
गोयल ने कहा कि भारत सरकार शीघ्र ही मणिपुर में एक नेशनल स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी विकसित कर रही है, जिसके लिये जगह का चिन्हांकन कर लिया गया है। उन्होंने कहा केन्द्रीय मंत्री तोमर के प्रस्ताव के अनुसार ग्वालियर स्थित एलएनआईपीई में उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करते हुए इस संस्थान को भी खेलों के लिये स्वतंत्र यूनिवर्सिटी के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव सरकार तैयार करेगी। उन्होंने ग्वालियर क्षेत्र के बॉक्सिंग, कुश्ती और हॉकी के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को सांई के माध्यम से प्रशिक्षण की सुविधा भी उपलब्ध कराई जायेगी।