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छत्तीसगढ़ – दंतेवाड़ा में सुरक्षा बल और नक्सलियो के बीच मुठभेड़, 9 नक्सली ढेर, बीजापुर में 13 नक्सली गिरफ्तार, हथियार विस्फोटक बरामद

Bijapur Naxal Encounter
Bijapur Naxal Encounter

दंतेवाड़ा/ सुरक्षा बल और नक्सलियों के बीच लोआगांव के जंगल में हुई मुठभेड़ में 9 नक्सली ढेर हो गए पुलिस ने सर्चिंग के दौरान सभी शवों को बरामद कर लिया,उनके पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद भी मिला हैं। जबकि बीजापुर में पुलिस ने 13 माओवादियो को गिरफ्तार करने में सफलता अर्जित की है उनके पास से पुलिस ने विस्फोटक सहित बम बनाने की सामग्री और नक्सली साहित्य प्राप्त किया हैं।

सुरक्षा बलों ने 9 नक्सली मार गिराए…

पुलिस और सुरक्षा बल आज सुबह दंतेवाड़ा और बीजापुर के बीच लोआगांव के घने जंगलों में सर्चिंग ऑपरेशन चला रही थी इसी बीच उन्होंने एक स्थान पर नक्सलियों के मोजूद होने की जानकारी मिली जब सुरक्षा बलों ने नक्सलियों की घेराबंदी की तो नक्सलियों ने सुरक्षा बलों फायरिंग शुरू कर दी सुरक्षा बलों ने भी मोर्चा लेते हुए चारों तरफ से नक्सलियों के गुट पर गोलीबारी शुरू कर दी कुछ समय बाद जब फायरिंग रुकी और फोर्स ने जंगल में सर्चिंग की तो उसे एक के बाद एक 9 शव मिले साथ ही उनके पास से एसएलआर, थ्री नॉट थ्री बंदूके और 12 बोर के हथियार मिले। दंतेवाड़ा के यह इलाका बीजापुर जिले से जुड़ा हुआ है। फिलहाल जंगल में सर्चिंग जारी है संभावना है नक्सलियों के और शव भी बरामद हो सकते हैं।

बीजापुर में लाल आतंक पर अंकुश …

इधर बीजापुर में डीआरजी, कोबरा 202 बटालियन फोर्स की सयुक्त टीम को भारी सफलता मिली है यहां लैंगतूर सहित तीन अलग अलग थाना क्षेत्रों में 13 भाकपा माओवादियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है खास बात है इनके पास से भारी मात्रा में आईडी बम बनाने की सामग्री टिफिन बम और विस्फोटक भी बरामद किया गया है इसके अलावा इनके पास से नक्सली माओवादी साहित्य और अन्य चीजें भी पुलिस को मिली है। बताया जाता है गिरफ्तार किए गए यह माओवादी बम विस्फोट और आईडी ब्लास्ट की घटनाओं में शामिल रहे है।

बस्तर संभाग का जंगली इलाका जुड़ा है तीन राज्यों से…

जैसा कि छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा और बीजापुर सहित सुकमा कोंटा नारायणपुर सहित आसपास के क्षेत्र नक्सली प्रभावित है छत्तीसगढ़ का घने जंगल का यह इलाका महाराष्ट्र उड़ीसा और तेलंगाना राज्य से लगा हुआ है तीन राज्यों की सीमा लगी होने और घना जंगली इलाका होने से यहां माओवादी नक्सली अपना प्रभाव जमाते रहते है। लेकिन उनापार अंकुश रखने और पकड़ने के लिए स्थानीय पुलिस के साथ साथ डीआरजी और कोबरा बटालियन का सुरक्षा बल विशेष रूप से तैनात रहता हैं।

Alkendra Sahay

The author Alkendra Sahay

A Senior Reporter

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