ग्वालियर- आखिरकार मीडिया की सुर्खियां बनने के बाद टीकमगढ़ के अंकित सेन को सरकार का साथ मिल गया हैं। उसे उम्मीद है कि सरकारी मदद से अब उसका इलाज हो सकेगा। मंगलवार को इस मामले में सीएम कार्यलय ने कलेक्टर संजय गोयल से जानकारी मांगी। कलेक्टर ने गजराराजा मेडीकल कॅालेज के डीन डॅा.एसएन अंयगर और अधीक्षक से इलाज की संभवनाओं के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर ने बताया कि किशोर अंकित सेन को एन्यूजेरम ब्लड वेसल नामक दिमागी बीमारी है जिसके कारण उसे सिर में दर्द रहता हैं। उन्होंने बताया कि इसका आपरेशन किया जाना है लेकिन ये काफी क्रिटिकल है और एम्स दिल्ली में ही उसे आपरेट किया जा सकता हैं।
कलेक्टर डॅा.संजय गोयल ने बताया कि अंकित सेन के पास बीपीएल कार्ड व दीन दयाल अत्योदय योजना का कार्ड भी है उन्होंने सुबह टीकमगढ़ कलेक्टर से भी फोन पर बात की। सीएम हाउस ने अंकित का इलाज करवाने और उसे हर संभव सहायता देने के निर्देश कलेक्टर को दिये है अब सरकार अंकित के पूरे इलाज का खर्चा उठायेगी। कलेक्टर ने डीन से कह कर एम्स से अंकित के इलाज का एस्टीमेट तलब किया हैं। गौरतलब है कि ग्वालियर के न्यूरोलॉजी के डॉक्टरों ने सोमवार को अंकित को दिल्ली ले जाने की सलाह देकर वार्ड से बाहर कर दिया। जयारोग्य अस्पताल परिसर के टीन शेड के नीचे लेटे हुआ ये बीमार बच्चा अंकित सेन हैं।
टीकमगढ़ जिले के बड़ागांव का रहने वाला है छह साल पहले अंकित के सिर से पिता का साया उठ गया मां ही मेहनत मजदूरी कर अंकित को पाल रही है करीब दस दिन पहले अंकित को तेज सिरदर्द हुआ देखते ही देखते अंकित ने बिस्तर पकड़ लिया गांव वालों ने अंकित के इलाज के लिए दस हजार रुपए का चंदा किया टीकमगढ़ प्रायवेट इलाज हुआ, मामला गंभीर देख टीकमगढ़ से अंकित को ग्वालियर रैफर किया गया। चार दिन पहले अंकित को ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल के न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट में भर्ती कराया सोमवार को डॉक्टरों ने अंकित के ऑपरेशन से इंकार कर उसे दिल्ली ले जाने की सलाह देकर डिस्चार्ज कर दिया था।