ग्वालियर, शिवपुरी/ शादी के चार साल बाद भी पत्नी पढ़ना चाहती थी और उसने मायके में रहकर उसकी तैयारी की और भोजमुक्त विश्वविधालय बीए फायनल का फॉर्म भरा था, लेकिन जब वह शनिवार को पिछोर के छत्रसाल कॉलेज में परीक्षा दे रही थी तभी अचानक उसका पति परीक्षा कक्ष में पहुंचा और आव देखा ना ताव उसने पत्नी से कॉपी छीनकर फाड़ दी जिससे कमरे में राउंड दे रहे परीक्षक पहले तो चोक गए बाद में उन्होंने उसके पति को पकड़ा और पुलिस के सुपुर्द कर दिया। लेकिन लिखित में शिकायत में नही करने पर बाद में पुलिस ने आरोपी पति को छोड़ दिया।
यह मप्र के शिवपुरी जिले की तहसील करैरा के गांव मठया में ब्याही जाने वाली 25 वर्षीय आरती की कहानी है आरती का 22 जुलाई को समाजशास्त्र का पेपर था वह परीक्षा कक्ष में बैठी कॉपी पर प्रश्नों के जवाब लिख रही थी तभी उसका पति मनमोहन लोधी चार बजे करीब एकाएक वहां आ धमका और परीक्षा के कमरे में दाखिल हुआ और अपनी पत्नी की टेबल पर पहुंचा और उससे कॉपी छीन कर फाड़ दी और इस तरह आरती के सपने चूर चूर कर दिए।
परीक्षा कक्ष में राउंड दे रहे इन्विजीलेटर ने इस घटना के बाद चपरासी की मदद से आरती के पति मनमोहन लोधी को पकड़ लिया और पुलिस को सूचना देने पर वह आ भी गई लेकिन कोई शिकायत दर्ज ना होने पर बाद में पुलिस ने उसके पति को छोड़ दिया।
लेकिन आज के आधुनिक युग में महिलाएं एक तरफ जहां खूब पड़ लिखकर आगे बढ़ रही है और हर स्थान पर अपनी मौजूदगी दर्ज करा रही है इस बीच ऐसी हरकत कही ना कही हमारी पुरानी रूड़ीवादी सोच को भी दर्शाता है और लगता है अभी भी हम कही ना कही निचले स्तर तक शिक्षा का प्रकाश फैलाने के साथ उसकी अहमियत बताने में अभी भी पूरी तरह सफल नहीं हुए हैं।