चंडीगढ़/ हरियाणा विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के साथ ही पार्टी में गुस्सा आंसू और अदावत साफ तौर पर देखी जा रही है और बगावत शुरू हो गई है। केबिनेट मंत्री रणजीत चौटाला और विधायक सहित 20 नेताओं ने बगावती तैवर अपनाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है और कुछ ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा भी कर दी है ऐसे समय जब पार्टी पहले से ही संकट में है उसे अब कांग्रेस से लड़ने से पहले अपने नेताओं से लड़ना होगा जबकि बगावत से हरियाणा में बीजेपी के स्थिति और खराब होने की संभावना पैदा हो गई है।
बुद्धवार को भाजपा हाईकमान ने हरियाणा की 90 विधानसभा में से 67 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की थी जिसमें पार्टी ने 8 मौजूदा विधायको के टिकट काट दिए थे। लेकिन हाल में दूसरे दलों से पार्टी आए नेताओं को टिकट दे दिया। जिससे हरियाणा में उन नेताओं की आशाओं पर पानी फिर गया जो टिकट की चाहत रखते थे या पहले उस सीट से विधायक रहे । इसके अलावा ऐसे नेता जो टिकट के लिए पूरे प्रयास कर रहे थे और सालों से बीजेपी का झंडा बुलंद कर रहे थे उन्हें प्रत्याशी न बनाकर किसी दूसरे को प्रत्याशी घोषित करने से भी कई नेता नाराज हो गए।
पार्टी से नाराज होकर बगावत करने वाले बीजेपी नेताओं और विधायकों में केबिनेट मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया , करनदेव कंबोज पूर्व मंत्री विधायक लक्ष्मण नापा, शमशेर सिंह गिल,सुखविंदर सिंह चौहान सुरेश सिंह खड़खड़ा, विकास कुमार उर्फ भल्ले, और सावित्री जिंदल प्रमुख रूप से शामिल है इसमें से पांच नेताओं ने तो पार्टी से अपना इस्तीफा भी दे दिया है जिसमें किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष करन देव कंबोज जो इंद्री से टिकट मांग रहे थे, लक्ष्मण नापा जिनकी सीट से पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल को टिकट दिया गया, सुखविंदर सिंह चौहान, शमशेर सिंह गिल और नवीन गोयल जो गुरुग्राम से टिकट मांग रहे थे पार्टी के निर्णय से नाराज होकर बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है गोयल के साथ उन्हे क्षेत्र के 50 नेताओं ने भी पार्टी छोड़ दी है।
जबकि केबिनेट मंत्री कविता जैन का टिकट कटने के बाद एक सार्वजनिक सभा में सब्र का बांध टूट गया वह बोलते बोलतेफूट फूट कर रोते हुए नजर आई उन्होंने पार्टी को जी भर कर कोसा और पार्टी के लिए किए कार्यों का बखान भी किया उन्हे पति राजीव जैन ने चेतावनी भी दी है कि यदि 24 घंटे में उनके पक्ष में निर्णय नहीं होता तो फिर उनका निर्णय कुछ भी हो सकता हैं।
खास बात है पिछले दिनों दूसरी पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले जिन नेताओं को टिकट दिया गया उसमें श्रुति चौधरी और निखिल मदान दोनों कांग्रेस से आए है जबकि देवेंद्र लवली अनूप धामा, रामकुमार गौत, पवन कुमार संजय कवलाना, शक्तिरानी शर्मा यह सभी जेजेपी से बीजेपी में शामिल हुए जबकि श्याम सिंह राना जो राष्ट्रीय लोक दल से बीजेपी में शामिल हुए उन्हें भी टिकट दिया गया है।