ग्वालियर – दूध के धंधे में घाटा हुआ तो युवक ने दूध की टंकियों में ही शराब बेचना शुरू कर दिया। वह रोज दूध की चार टंकियों में ग्वालियर से देशी शराब लाकर मुरैना में बेचने लगा इस तरह उसे हर खेप पर उसे लगभग 1 हजार रूपये का फायदा होने लगा । अचानक शक के आधार पर चैंकिंग हुई तो तो दूध की टंकी में देशी शराब के क्वार्टर निकल पड़े।
दूध की टंकी में निकल पड़े शराब के क्वार्टर
मुरैना में रविवार शाम हो रही रूटीन चैकिंग को देख बाइक पर 4 दूध की टंकियां लादे एक युवक बच कर भागने की कोशिश में नजर आया। शक हुआ तो पुलिस स्क्वॉड ने पीछा कर उसे रोक लिया। पूछताछ में हड़बड़ाते देख पुलिस टीम ने बाइक पर लदी टंकियां खोल कर देखीं। पुलिस यह देख दंग रह गई कि टंकियों में दूध की जगह देशी शराब के क्वार्टर भरे हैं। युवक ने पूछताछ में अपना नाम विष्णु सिंह तोमर बताया। मुरैना से सटे खड़ियाहार गांव के रहने वाले विष्णु ने बताया कि वह ग्वालियर के गोले का मंदिर से देशी शराब की छह पेटी खरीदकर लाया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आर्म्स एक्ट का प्रकरण दर्ज कर उसे जेल भेज दिया।
दूध के व्यापार में नुकसान हुआ तो बेचने लगा शराब
विष्णु का कहना है कि वह इससे पहले दूध बेचने का काम करता था, वह अपने गांव से दूध पहले सिहोनिया में बेचने जाता था, उसके बाद मुरैना के चिलर सेंटर पर बेचने आने लगा था, लेकिन दूध के व्यापार में उसे घाटा होने लगा, पूर महीने में विष्णु को 14 हजार रूपये का नुकसान हुआ तो वह विचलित हो गया। वह नुकसान पूरा करने का उपाय ढूंढने लगा। उसने प्लान बनाया कि दूध की जगह शराब बेचने का काम किया जाये। उसने दूध की चार टंकियों में ग्वालियर से देशी शराब लाने का काम शुरू किया।
विष्णु ने बताया कि शराब की एक पेटी बेचने पर उसे 800 से 1000 रूपये का लाभ होता है, इस तरह वह हर ट्रिप में 1000 रूपये कमाने लगा। उसे लगा कि इस तरह वह दूध के व्यापार का घाटा भी पूरा हो जायेगा और आमदनी भी बढ़ जायेगी। लेकिन पुलिस चेकिंग में हुई हड़बड़ाहट से वह पुलिस की निगाहों में आ गया।