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एम्स का नर्सिंग स्टॉफ गैर मियादी हड़ताल पर,
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छठवें वेतन मान सहित 23 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन
नई दिल्ली – ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) में कार्यरत 5 हजार नर्सिंग स्टॉफ आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चला गया है उन्होंने अपनी 23 सूत्रीय मांगों को लेकर एम्स परिसर में धरना आंदोलन शुरू कर दिया हैं। उनका कहना है विगत कई वर्षों से वह अपनी मांगों को लेकर एम्स प्रशासन और सरकार को चेताती रही लेकिन आजतक उनकी जायज मांगो पर कोई विचार नही किया गया। एम्स का नर्सिंग स्टॉफ छठवें वेतन मान नही मिलने के साथ एम्स प्रशासन के कंटेंजेंसी वर्कर रखने के फैसले से खासा नाराज है।
एम्स में कार्यरत नर्सिग स्टॉफ लंबे समय से अपनी मांगों पर अड़ा है उंसके मुताबिक एक साल पहले भी स्वास्थ विभाग ने उन्हें छठवें वेतन मान लागू करने की मांग के साथ हमारी 23 मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया था लेकिन आजतक उसपर कोई ध्यान नही दिया गया जिससे हमें हड़ताल करने को मजबूर होना पड़ा।
बताया जाता है नर्सों का यह आंदोलन 16 दिसंबर से होना था लेकिन एम्स प्रबंधन ने अस्पताल के लिये एक नया कंटेन्जेसी प्लान बनाया है जिसके तहत निजी कंपनियों के मॉर्फत कंटेंजेसी वर्कर्स को एम्स प्रशासन रखने वाला है यह जानकारी इन नर्सिंग स्टॉफ को मालूम पड़ी और उससे खफा होकर 16 दिसंबर की बजाय आज से ही एम्स में कार्यरत नर्सिंग स्टॉफ ने यह गैर मियादी हड़ताल शुरू करदी। नर्सिंग स्टॉफ के इस तरह हड़ताल पर जाने से एम्स की स्वास्थ्य सेवाओं पर खासा असर पड़ना लाजमी है एक समय करीब 3 हजार का नर्सिंग स्टॉफ कार्यरत रहता है उनके नही होने से एम्स के डॉक्टरों पर अतिरिक्त बोझ पड़ने के साथ स्वास्थ्य सेवाऐं भी प्रभावित होंगी।