नई दिल्ली / जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनावों की घोषणा के बाद नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस के बीच पहले गठबंधन हुआ और मिलकर चुनाव लड़ने पर सहमति बन गई । रविवार को दिल्ली में हुई बैठक के बाद दोनों के बीच सीट शेयरिंग का काम भी पूरा हो गया है। एनसी 51 और कांग्रेस 32 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि 5 सीटों पर फ्रैंडली फाइट होगी, जबकि 2 सीटें पैंथर पार्टी और सीपीआईएम को दी गई हैं।
जम्मू कश्मीर में विधानसभा की कुल 90 सीटें है पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी श्रीनगर गए थे और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला के बीच मंत्रणा हुई थी इस मौके पर पार्टी उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला भी मोजूद रहे। दोनों पार्टी के नेताओं के बीच हुई बैठक के बाद अगला विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ने का फैसला पार्टी नेताओं ने लिया।
लेकिन सीट शेयरिंग को लेकर कई बैठकों के बावजूद कांग्रेस और एनसी में स्थानीय स्तर पर बात नही बन पा रही थी और पैच फंसा रहा, आखिर में इस मुददे को लेकर दिल्ली में दोनों दलों के नेताओं ने वरिष्ठ नेताओं ने बातचीत करने का फैसला लिया। रविवार को फारूख अब्दुल्ला उमर अब्दुल्ला और कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और के बीच बैठक हुई और आपसी समझ बूझ से सीट शेयरिंग पर बात बन गई।
जम्मू कश्मीर की कुल 90 सीटों में से नेशनल कांफ्रेंस 51 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि दूसरी बड़ी पार्टी कांग्रेस 32 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी जबकि 5 सीटों पर कांग्रेस एनसी में फ्रेंडली फाइट होगी अर्थात दोनो पार्टी के उम्मीदवार यहां से चुनाव लडेंगे उसके अलावा गठबंधन में शामिल सीपीआईएम एक सीट पर और एक सीट पर पैंथर पार्टी चुनाव लड़ेगी।