न्यूयॉर्क, नई दिल्ली/ सयुक्त राष्ट्रसंघ ने दिल्ली के सिटिंग मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के बैंक खाते सीज करने पर कड़ी टिप्पणी करने के साथ आगामी राष्ट्रीय चुनाव के स्वतंत्र और निष्पक्ष होने पर ही सबाल उठा दिए है। इससे पहले जर्मनी और अमेरिका में भी इसी तरह के बयान दिए थे उसे केंद्रीय सरकार ने भारत के आंतरिक मामलों में दखल बताया था।
दिल्ली के सिटिंग मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की शराब नीति घोटाले को लेकर चुनाव की घोषणा के बाद गिरफ्तारी और प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के बैंक खाते सीज कर उसे आर्थिक रूप से पंगु बनाने के बाद भारत में होने वाले लोकसभा चुनाव एक तरह से अंतराष्ट्रीय बिरादरी को छलावा लग रहे हैं पहले जर्मनी और अमेरिका इस पर अपना पक्ष रख चुके है इसे हल्के में लिया जा सकता है लेकिन इसके बाद इस मामले में सयुक्त राष्ट्रसंघ (UN) की तरफ से आया बयान काफी गंभीर और चिंताजनक माना जा सकता है।
यूएन ने एक तरह से बेहद सख्त टिप्पणी की है। सयुक्त राष्ट्रसंघ के महासचिव एंतोनियो गितोरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा हैं कि, उन्हें उम्मीद है कि भारत या अन्य किसी देश में जहां चुनाव हो रहे है वहां लोगों के राजनीतिक और नागरिक अधिकारों की रक्षा की जायेंगी और हर कोई एक “स्वतंत्र और निष्पक्ष” माहौल में मतदान कर पायेगा।
सयुक्त राष्ट्र संघ के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी और विपक्षी दल कांग्रेस के बैंक खातों से लेन देन पर रोक के मद्देनजर भारत में आगामी राष्ट्रीय चुनाव से पहले राजनीतिक स्थिति पर एक सबाल के जबाव में गुरुवार को यह टिप्पणी की। उन्होंने आगे कहा हमें बहुत ज्यादा उम्मीद है कि भारत तथा अन्य किसी देश में जहां चुनाव हो रहे हैं वहां हर किसी के अधिकारों की रक्षा की जायेंगी, जिसमें राजनीतिक और नागरिक अधिकार शामिल है और हर कोई स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान कर पायेगा।
खास बात है अंतराष्ट्रीय समुदाय या दुनिया के किसी अन्य देश ने भारत को लेकर आजतक इस तरह की टिप्पणी नहीं की है।