मुरैना / मध्यप्रदेश के मुरैना के सिविल लाइन थाने में हत्या के आरोपी ने फांसी लगाकर पुलिस लॉकउप में आत्महत्या कर ली पुलिस उसे 29 अगस्त को ग्वालियर से गिरफ्तार करके लाई थी परिजनो और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर आरोप लगाया कि बुरी तरह मारपीट करने के कारण उसने सुसाइड किया है। जबकि पुलिस अधीक्षक ने लापरवाही बरतने पर 3 पुलिस कर्मचारियों को सस्पैंड कर दिया है।
मामला मुरैना के सिविल पुलिस थाने का है हत्या और 4 अपराधिक मामलो के आरोपी बालकृष्ण जाटव को मुरैना पुलिस 29 अगस्त को ग्वालियर से गिरफ्तार करके लाई थी और उसे लॉक अप में बंद कर दिया था आरोपी ने शनिवार रात में सिविल लाईन थाने के पुलिस लॉकअप में फांसी लगाली जिससे उसकी मौत हो गई, लेकिन सुबह तक पुलिस को पता नहीं चला आज सुबह जब पुलिस को जानकारी लगी तो उसके होश उड़ गए तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई।
देखते ही देखते पुलिस अधीक्षक संदीप सौरभ एएसपी अरविंद ठाकुर मौके पर आ गए और जिले भर का पुलिस बल सिविल लाइन थाने में तैनात कर दिया गया, कुछ समय बाद जुडीशियल मजिस्ट्रेट,एसडीएम तहसीलदार भी वहां आ गए। फोरेंसिक टीम ने क्राइम सीन पर जांच के साथ साक्ष्य इकट्ठा किए।
इसके बाद मृतक आरोपी के परिजन और उनसे संबंधित सामाजिक संस्थाओं के लोग भी इकट्ठा हो गए उनका आरोप है कि पुलिस बालकृष्ण जाटव को चार दिन पहले थाने में लाई थी जिसे अवैध रूप से रखकर उसके साथ मारपीट के साथ प्रताड़ना दी जा रही थी उस प्रताड़ना के चलते युवक ने थाने के अंदर फांसी लगा ली। भीम आर्मी के अध्यक्ष रणवीर का कहना है कि इस मामले में जो भी दोषी हो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए और पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दी जाए।
जबकि एडीशनल एसपी अरविंद ठाकुर का कहना है कि आरोपी बालकृष्ण को कल रात दस बजे पुलिस सिविल लाइन थाने में लेकर आई थी जिसके बाद प्रथम दृष्टया लगता है आत्मग्लानि के कारण उसने लॉकअप के अंदर ही उसने गमछा से अपने गले में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। उन्होंने बताया जुडीशियल मजिस्ट्रेट एक्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट एसडीएम तहसीलदार और एफ एस एल की टीम मौके पर आ गई है और मजिस्ट्रीयल जांच की जा रही है, जांच के बाद जो तथ्य सामने आएंगे उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।