लुइसियाना / लास वेगास अमेरिका के लुइसियाना के वार्बन स्ट्रीट में न्यू ईयर का जश्न मना रहे लोगों पर ट्रक चढ़ाकर उन्हें रौंद दिया गया, उसके बाद उसमें से उतरकर एक व्यक्ति ने भीड़ पर फायरिंग शुरू कर दी। इस घटना में 12 लोगों की मौत हो गई जबकि कुछ पुलिस कर्मियों सहित 33 लोग घायल हो गए है जिन्हें अलग अलग 5 हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया हैं। अब इस पर बहस छिड़ी है कि क्या यह आतंकवादी घटना थी?
भारतीय समय अनुसार यह बड़ी घटना 3 बजे दोपहर की है जबकि अमेरिका के न्यू आर्लियंस में उस समय रात के 3 बजकर 15 मिनट हुए थे शहर के सबसे भीड़ भाड़ वाले व्यस्ततम वार्बन स्ट्रीट पर हजारों लोग न्यू ईयर का जश्न मनाने में मशगूल थे अचानक एक गाड़ी तेजी से उस तरफ आई और लोग कुछ समझते वह भीड़ को रौंदती हुई आगे बढ़ती चली गई टक्कर लगने के बाद अगर तफरी के साथ भगदड़ मच गई, इस बीच एक शख्स उस पिकअप ट्रक से उतरा और उसने फायरिंग शुरू कर दी इस बीच मौके पर मौजूद पुलिस वालों को भी जवाबी फायरिंग करना पड़ी, मीडिया न्यूज मुताबिक वह व्यक्ति भी पुलिस फोर्स की गोली बारी में मारा गया।
इस घटना में कुल 12 लोग मारे गए जबकि पुलिस कर्मियों सहित करीब 33 लोग घायल हुए है जिन्हें अलग अलग 5 अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इस घटना को मेयर लाटोया क्रांटेल ने आतंकी घटना बताया है लेकिन कुछ समय बाद FBI एजेंट ने इससे इंकार करते हुए कहा यह आतंकवादी घटना नहीं है हालांकि FBI ने यह जरूर कहा कि हम इस घटना की जांच वैसे ही कर रहे है जैसे किसी आतंकवादी घटना की करते है।
इधर डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि मैने पहले चेताते हुए कहा था कि देश में बहुत सारे क्रिमिनल आ रहे है तो डेमोक्रेटिक पार्टी और फेक मीडिया ने इसे नकारते हुए साफ इंकार कर दिया था लेकिन आज मेरी बात सच साबित हो रही है आज हमारे देश में अपराध की दर उस स्तर तक पहुंच गई है जहां इसे कभी किसी ने नहीं देखा था।