ग्वालियर- शादी रचाने के लिए एक युवक ने खुद को एयरफोर्स का कर्मचारी बताया, मोटा दहेज लिया, ससुराल वालों को बेवकूफ बनाने के लिए खुद नकली वर्दी पहनी… एयरफोर्स स्टेशन के गेट तक पहुंचा, एयरफोर्स के अफसरों ने नकली वर्दी में घूम रहे युवक को सीसीटीवी में देखकर पहचान लिया…और फिर उसे पकड़कर महाराजपुरा पुलिस के हवाले कर दिया…. नकली वर्दी पहनने वाले इस युवक ने अपने घरवालों को भी एयरफोर्स कर्मचारी होने की कहानी सुना रखी थी, लेकिन पुलिस के हत्थे चढ़ने के बाद घरवालों को भी इसकी हकीकत पता चल गई।
ग्वालियर के महाराजपुरा एयरफोर्स स्टेशन के अफसरों ने शुक्रवार की दोपहर एक संदिग्ध को घूमते देखा…. दरअसल ये युवक एयरफोर्स की वर्दी में था, लेकिन इसके हाव-भाव देखकर एयरफोर्स अफसर इसे पहचान गए, लिहाजा सुरक्षा गार्डों ने इसे पकड़ लिया और महाराजपुरा पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि विहुल ग्वालियर के नदी पार टाल इलाके स्थित न्यू सुरेश नगर का रहने वाला है। पुलिस का कहना है कि विहुल ने अपने घर वालों को बताया था कि वो सात महीने से एयरफोर्स में नौकरी कर रहा है। दहेज में अच्छी रकम लेने के लिए ससुराल वालों को भी यही कहानी सुनाई, लेकिन नकली वर्दी पहनते ही उसका भांडा फूट गया।
दरअसल विहुल मैकेनिक के साथ हेल्परी की काम करता है, कुछ समय विहुल ने एयरफोर्स के अंदर भी मजदूर के तौर पर काम किया है, इसी दौरान उसके दिमाग में ये आईडिया आया, और फिर उसने खुद को एयरफोर्स कर्मचारी बताना शुरु कर दिया। विहुल ने नकली वर्दी भी तैयार करवा ली थी, इसी दौरान विपुल के लिए रिश्ते आने लगे…फिरोजाबाद में विपुल की शादी हो गई। विहुल का कहना है कि उसने अपनी शादी और घरवालों को खुश करने लिए एयरफोर्स कर्मी होने की कहानी गढ़ी थी।
विहुल दसवी तक पढ़ा है, विहुल की हकीकत से उसके घरवाले भी अंजान थे, घरवाले मानते थे कि उनका बेटा काफी होनहार है, इसलिए इसी महीने विहुल की धूमधाम के साथ शादी हुई। लेकिन शुक्रवार को जब विहुल को महाराजपुरा पुलिस ने नकली वर्दी पहनने के जुर्म में गिरफ्तार किया, तो घरवालों को उसकी हकीकत का पता लगा। पिता राम शाक्य का कहना है कि उनका बेटा उनसे झूठ बोलता रहा
गनीमत है कि विहुल एयरफोर्स स्टेशन के गेट के बाहर ही पकड़ा गया.. एयरफोर्स अधिकारियों ने विहुल से पूछताछ की फिर महाराजपुरा पुलिस को सौंप दिया.. महाराजपुरा पुलिस ने विहुल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया, लेकिन जमानती अपराध होने से उसे जमानत मिल गई।