दतिया/ दतिया जिले के बबीना आर्मी रेंज के जैतपुर गांव में हथगोला फटने से एक युवक की मौत हो गई जबकि एक किशोर समेत दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए है जिन्हें झांसी रेफर किया गया है तीनों ही आदिवासी समाज से हैं। बताया जाता हैं यह तीनों कबाड़ा बिनने निकले थे। लेकिन यह पहला हादसा नहीं है इससे पहले भी कई घटनाएं इस इलाके हो चुकी है।
बताया जाता है आज शुक्रवार को सुबह साढ़े नौ बजे एक नाबालिग सहित तीन लोग बसई थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाली आर्मी रैंज में कबाड़ा बीन रहे थे। तभी उन्हें नाले में लगभग एक किलो बजनी हथगोला पड़ा मिला उन्होंने उस को उठा लिया उनमें से एक युवक ने हथगोला के अंदर से पीतल निकालने के उद्देश्य से उसे पत्थर पर जोर से पटक दिया। पत्थर पर गिरते ही हथगोले में विस्फोट हो गया विस्फोट काफी भीषण था जिससे पास खड़ा वह युवक बुरी तरह से झुलस गया और मौके पर ही उसकी जान चली गई। जबकि उससे कुछ दूरी पर खड़े दोनों लोग भी घायल हो गए।जानकारी मिलने पर बसई थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक को पीएम के लिए भेजा साथ ही दोनों घायलों को पहले बसई अस्पताल पहुंचाया। जहां से उन्हें झांसी रैफर कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार ग्राम जैतपुर निवासी गंगाराम (18 साल) पुत्र दलुआ आदिवासी अपने चचेरे भाई मनोज (15 साल) पुत्र फेरन आदिवासी और ग्राम हीरापुर निवासी फुफेरे भाई रामू (18) पुत्र घनश्याम आदिवासी के साथ शुक्रवार को सुबह 9 बजे घर से कबाड़ा बीनने के लिए निकले थे। जैतपुर से लगभग एक किमी दूर उत्तरप्रदेश के झांसी जिले की बबीना में आर्मी रैंज का फायरिंग ऐरिया लगा हुआ है। तीनों युवक आर्मी की फायरिंग रैंज में पहुंच गए। यहां कबाड़ा बीनते वक्त उन्हें नाले में एक हथगोला मिला। चूंकि हथगोला में पीतल, तांबा भरा रहता है। गंगाराम ने हथगोला को उठाया और उसे फोड़ने के लिए जोर से पत्थर पर पटका,हथगोला पत्थर पर टकराते ही उसमें जोरदार विस्फोट हुआ जिससे गंगाराम की मौके पर मौत हो गई। जबकि नाबालिग मनोज और फुफेरा भाई रामू घायल हो गए दोनों को गंभीर हालत में बसई अस्पताल पहुंचाया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को झांसी अस्पताल रैफर कर दिया गया है।
आठ साल पहले भी हुआ था हादसा, दो जवान सहित 4 की हुई थी मौत –
जिला मुख्यालय से 90 किमी दूर बसई क्षेत्र की सीमा यूपी के बबीना से लगी हुई है। बबीना में आर्मी की फायरिंग रैंज है। रैंज में जब जवानों का युद्धाभ्यास चलता है तो वहां से चलने वाले हथगोले दतिया जिले की सीमा में गिरते हैं। अक्टूबर 2022 में युद्धाभ्यास के दौरान टी-90 टैंक से गोला (राउंड) दागते समय बैरल फटने पर आर्मी के दो जवान शहीद हो गए थे। इससे पहले साल 2017 में हथगोला को हथोड़े से फोड़ते वक्त फटने से दो युवकों की जान चली गई थी। जबकि एक गंभीर घायल हुआ था। फायरिंग रैंज में इस तरह की घटनाएं आम हो गई हैं। अधिकांश लोग तो घटना होने की सूचना तक पुलिस को नहीं देते हैं।