काठमांडू / भारतीय यात्रियों से भरी एक बस नेपाल के तनाहुन जिले में गहरी खाई में गिरने के बाद मास्यार्गडी नदी के तट के पास जा गिरी, इस घटना में 14 यात्रियों की मौत हो गई। बताया जाता है इस बस में 40 यात्री सबार थे और यह पोखरा से काठमांडू जा रही थी। यह बस यदि सीधी नदी में गिरती तो मरने वालों की संख्या बड़ सकती थी।
नेपाली सेना के प्रवक्ता कुमार नेउपाने ने पुष्टि करते हुए बताया कि जहां बस खाई में गिरी वह काफ़ी दुर्गम और पत्थरों से भरा क्षेत्र था गनीमत जिससे एसडीआरएफ को रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा ,गनीमत रही कि बस लुढ़कती हुई नदी के किनारे आकर रुक गई यदी वह नदी की तेज धार में गिरती तो और भी बड़ा हादसा हो सकता था उन्होंने बताया बस में 40 भारतीय नागरिक सबार थे जो काठमांडू जा रहे थे इस बस दुर्घटना ने 14 यात्रियों की मौत हुई है दुर्घटनास्थल से सभी 14 शव निकाले गए हैं”। जबकि घायलों को अस्पताल के भर्ती कराया गया है।
नेपाल के तनाहुन जिले के पुलिस प्रवक्ता मनोहर भट्ट ने कहा, “बस 8 दिन के परमिट के साथ भारत के गोरखपुर से नेपाल के लिए रवाना हुई थी 20 अगस्त को रूपनदेही में बेलहिया चेक-पॉइंट से बस ने नेपाल में प्रवेश किया था नेपाल पुलिस ने पुष्टि करते हुए बताया कि 40 लोगों के साथ एक भारतीय यात्री बस तनाहुन जिले में खाई में गिरने के बाद मार्स्यांगडी नदी में गिर गई. जिला पुलिस कार्यालय तनाहुन के डीएसपी दीपकुमार राया ने पुष्टि करते हुए कहा, “यूपी एफटी 7623 नंबर की यह बस नदी में गिर गई और नदी के किनारे पड़ी हुई है.” उन्होंने कहा कि बस पोखरा से काठमांडू जा रही थी.गणपति डीलक्स की इस एंजल बस को काठमांडू के बाद रोतहट होते हुए गौर पहुंचाना था लेकिन इस बीच भारी बारिश हो रही थी।
उत्तर प्रदेश के रिलीफ कमिश्नर ने बताया कि महाराजगंज के एसडीएम को नेपाल भेजा जा रहा है साथ ही घटना के संबंध में हम यह पता लगाने के लिए संपर्क स्थापित कर रहे हैं कि क्या उत्तर प्रदेश का कोई व्यक्ति बस में था घटना के बारे में विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है। बताया जाता है इसी साल जुलाई में नेपाल में दो बसों में सवार 65 लोग त्रिशुली नदी में बह गये थे।