तिरूपति / आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में बुधवार रात हुई भगदड़ में एक महिला सहित 6 श्रद्धालुओं की अभी तक मौत हो चुकी है जबकि 150 लोग घायल हुए है जिसमें से 40 को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है यह हादसा शुक्रवार को खुलने वाले बैकुंठ द्वार के टिकट लेने के लिए 4 हजार लोगों की लाइन में एकाएक मची अफरा तफरी में लोगों के कुचलने से हुआ। लेकिन इस घटना के लिए मंदिर प्रसाशन की भूमिका भी उतनी ही जिम्मेदार है।
तिरूपति मंदिर में बुधवार रात को शुक्रवार से दर्शनार्थ खुलने वाले भगवान तिरूपति के बैकुंठ द्वार के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की कतार लगी दिया टिकट वितरण के लिए निगम 91 काउंटर खोले जाने थे इस दौरान टिकट टोकन लेने की लाइन में 4 हजार से ज्यादा लोग खड़े थे। एकाएक मंदिर प्रशासन की तरफ से बैरागी पट्टीडा पार्क के ग्राउंड में टिकट बांटे जाने की घोषणा हुई यह सुनकर एकाएक कतार में भगदड़ मच गई जो भीड़ के रूप में तब्दील हो गई और लोग बुरी तरह से पहले वहां पहले पहुंचने के लिए भागने लगे जिससे हड़कंप मच गया और धक्कामुक्की में महिलाओं सहित कई लोग भीड़ में फंस गए तो कई नीचे गिर गए और लोग उनपर चढ़कर उनको कुचलते हुए आगे निकलते रहे जिससे कई का घुट गया और इस घटना में एक महिला मल्लिका सहित 6 लोगों की मौत हो गई। जबकि करीब 150 लोग घायल हो गए। इस दौरान कई महिलाएं नीचे गिरकर बेहोश हो गई और उनके परिजन और अन्य लोग उन महिलाओं को होश में लाने की कोशिश में लगे दिखाई दिए।
इस घटना के बाद मंदिर पहुंचे प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मंदिर पहुंचे और सभी घायलों को अस्पताल भेजा जबकि पद्मावती मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर डॉ कुमार के मुताबिक भगदड़ में 40 लोग ज्यादा घायल हुए है उनमें से कुछ की हड्डी टूट गई तो कई के शरीर में और अंदरूनी चोटे आई है सभी का इलाज चल रहा है।
तिरुमाला तिरूपति देवस्थान (TTD) के कार्यकारी अधिकारी जे. श्यामला राव ने बताया कि बैकुंठ एकादशी के पावन अवसर पर 10 जनवरी से 19 जनवरी तक 10 दिन के लिए बैकुंठ द्वार दर्शन के आई खोले जाते है जिसके लिए देश भर से श्रद्धालु मंदिर आते है।
इस घटना के बाद आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू फोन पर अधिकारियों से चर्चा कर जानकारी ली और उन्हें आवश्यक निर्देश दिए। बताया जाता है आज सीएम तिरूपति आ रहे है जो यहां करीब 3 घंटे रुकेंगे इस दौरान घायलों से मिलेंगे और बात करेंगे।