मुरैना / मुरैना के धनेला गांव स्थित चैरी बनाने वाली एक फैक्ट्री में टैंक की सफाई करते समय 5 मजदूरो की गड्ढे में भरे पानी में डूबने से मौत हो गई मरने वालों में तीन सगे भाई थे बताया जाता है एक दूसरे को बचाने में एक के बाद एक करके यह मजदूर गड्डे में उतरे लेकिन वह बापा नहीं आएं और सभी की मौत हो गई आंशका व्यक्त की जा रही है है गड्डे में जहरीली गैस होने से दम घुटने से इन मजदूरों की मौत हुई है।खबर मिलने पर पुलिस एवं प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे।पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
मामला मुरैना जिले नूराबाद थाना क्षेत्र के धनेला ग्राम पंचायत स्थित चेरी की साक्षी फूड प्रोडेक्ट फैक्ट्री की है।जहां फैक्ट्री प्रबंधन कौशल गोयल द्वारा लंबे समय से गंदे पानी के गड्डे की सफाई नही कराई गई थी।इस वजह से गड्ढे में बहुत ज्यादा मात्रा में पानी और गारद जमा हो गया थी। इसकी सफाई करने के लिए फैक्ट्री संचालक द्वारा एक मजदूर को नसेनी से गड्ढे में उतार दिया गया। हैरानी की बात यह रही कि पानी से भरे गड्ढे में जिस मजदूर को उतारा गया, उसे सेफ्टी किट या लाइव जैकेट तक नहीं दी गई। मजदूर तैरना भी नहीं जानता था।जिस वजह से जैसे ही गड्ढे में उतरा वैसे ही गहरे पानी में डूबने लगा।जिसे बचाने के लिए फैक्ट्री में काम कर रहे उसके दो सगे भाई सहित 4 अन्य मजदूर गड्ढे में कूद गए। लेकिन वह गंदे पानी में जाने के बाद ऊपर नही आ सके और उनकी भी डूबने से मौत हो गई और कुछ समय बाद कुछ के शव पानी में उतराने लगे।
एक साथ 5 मौतों से सनसनी फैल गई खबर मिलने पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए और भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रेस्क्यू कर पांचों मजदूरों के शवो को बाहर निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। मरने वालों में टिकरोली गांव के रामकिशोर गुर्जर के तीन पुत्र रामनरेश (38 साल) औतार सिंह (35 साल) वीर सिंह (32 साल) इसके साथ ही घुरैया बसई गांव के रहने वाले दो युवक राजेश पुत्र बद्रीसिंह और गिर्राज सिंह पुत्र श्यामामोहन गुर्जर शामिल है संभावना जताई जा रही है कि, इन सभी की मौत की असल वजह जहरीली गैस का रिसाब है क्योंकि सभी के मुंह से सफेद झांग भी निकल रहे थे। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी यही कह रहे हैं,जबकि पुलिस मामला कायम कर सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर मामले की जांच में जुट गई है।
खास बात है इस घटना के बाद फैक्ट्री संचालक, मेनेजर और अन्य स्टाफ फेक्ट्री से गायब हो गए और बताया जाता है इतनी बड़ी घटना के यह जिम्मेदार अपनी लापरवाही को छुपाने के प्रयासों में जुट गए हैं।
इधर उप संचालक औद्योगिक सुरक्षा ग्वालियर आनंद रायसरदार ने फेक्ट्री संचालक की खामियों को उजागर किया जिससे यह मौत हुई। उनका कहना है कि टैंक की सफाई के लिए उसमें अकुशल कर्मी उतारे गए इस दौरान वहां ना ट्रैंड सुपरवाईजर था ना मालिक, इस दौरान ना ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया ना ही सेफ्टी किट दी गई जबकि पहले ऑक्सीजन सिलेंडर देने के साथ सेफ्टी किट बांधना थी। उनके मुताबिक हर डेढ़ दो महीने में टैंक खाली कराने के साथ पानी निकाला जाता है पानी निकालने का काम पंप मशीन से कराया जाना था। इसके अलावा वेंटीलेशन का ध्यान नहीं रखा गया छह होद वाले हॉल में जहरीली गैस निकालने के लिए एक भी एग्जॉस्ट फेन नहीं लगा था चारो ओर से बंद हॉल में नमक और पपीता के सड़ने से हानिकारक गैस बन गई थी।
सबसे दिल हिला देने वाली बात यह सामने आई कि मृतक तीनों गुर्जर भाइयों की दो बहनें रक्षा बंधन पर राखी बांधने दो दिन पहले टोकरोली गांव अपने मायके में आई थी उन बेचारियो ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि इस साल क्रूर काल तीनों भाइयों को लील जायेगा और वह रक्षा सूत्र बांधे बिना ही रह जायेगी। परिवार के साथ उनके मन पर क्या बीत रही होगी सोच कर ही दिल कांप जाता है।
जबकि पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान का कहना है कि, जिस साक्षी फूड फैक्ट्री में यह घटना हुई इस फैक्ट्री में टैंक बने हुए है। उसमें एक व्यक्ति सफाई करने के लिए उतरा था वह डूबने लगा तो उसको बचाने के लिए अन्य लोग भी उतर गए, इस दौरान पांच लोगों की इस घटना में मौत हुई है। यह लापरवाही है,और जांच की जा रही है, शॉर्ट पीएम रिपोर्ट रिपोर्ट आ गई है तथ्य के आधार पर कार्यवाही करेंगे। वही कलेक्टर अंकित अस्थाना का कहना है कि, साक्षी फूड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है। उस फैक्ट्री में एक वेजिटेबल डंप का टैंक बना हुआ है, उसमें यह घटना हुई है अभी पोस्टमार्टम के लिए बॉडियों का हमने आरंभ करवा दिया है। और उनके जो परिजनों से बात हुई थी तो उनकी जो जायज मांगी थी। उन मांगों को पूरा करने के लिए फैक्ट्री प्रबंधन से हमारी बात हुई है और उनकी जायज मांगो को प्रशासन जरूर पूरा कराएगा। उन्होंने कहा पोस्टमार्टम की वीडियो ग्राफी भी करवाई है पोस्टमार्टम रिपोर्ट का निष्कर्ष निकलेगा।उसके अनुसार ही आगे वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। जांच के तथ्य हमारे सामने निकल कर आ जाएं उसके बाद ही कुछ टिप्पणी करना सही होगा।