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जम्मू-कश्मीर

देश की आन बान शान पर सेना के कर्नल मेजर सहित 5 जवान शहीद

  • देश की आन बान शान पर सेना के कर्नल मेजर सहित 5 जवान शहीद

  • आतंकवादियों से मुठभेड़ में लश्कर के कमांडर सहित दो आतंकी ढेर

  • देश नम आंखों से देगा आज शहीदों को अंतिम विदाई 

  • उ.प्र. के सीएम ने कर्नल के सम्मान में गौरव व्दार बनाने की घोषणा की

जम्मू काश्मीर – जम्मू के हंदवाड़ा में एक घर में बंधक बनाये नागरिकों को छुड़ाने के दौरान सेना के कर्नल मेजर सहित पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गये,जबकि मुठभेड़ में दो आतंकी भी मारे गये है।

शनिवार से जारी यह मुठभेड़ लंबी चलने का अनुमान था लेकिन बाहर से सुरक्षा बल के फोन कॉल ने आतंकियों को मौका नही दिया ।उल्लेखनीय हैं कि पांच साल बाद सेना का कोई कमांडिंग अफसर उठभेड़ के दौरान शहीद हुआ।

सुरक्षा बल को 18 अप्रेल को हंदवाड़ा के चांजमुल्ला इलाके में आतंकियों के छुपे होने की खबरे मिल रही थी जिस पर स्थानीय पुलिस और सुरक्षा बल ने तलाशी अभियान शुरू किया।

इस बीच पता चला कि एक घर में आतंकवादियों ने कुछ लोगों को बंधक बना लिया है उनको छुड़ाने के लिये 1 मई को दोपहर 3 बजे अभियान शुरू किया गया जिसमें कर्नल आशुतोष शर्मा मेजर अनुज सूद नायक राजेश कुमार लांस नायक दिनेश और पुलिस एसआई शकील काजी उस घर में दाखिल हुए।

जिन्होंने आतंकियों को घेरते हुए बंधक बनाये लोगों को बाहर निकाल लिया लेकिन खुद वही फंस गये, बाहर मोर्चा सम्हाल रही टीम ने जब कर्नल आशुतोष शर्मा से रेडियो सेट पर बात करने की कोशिश की तो संपर्क नही हो पाया असल में उनका सेट गोलीबारी में टूट गया था।

बाद में जब बाहरी टीम ने कर्नल के मोबाइल पर कॉल किया तो उसे आतंकी ने उठाया और कहा अस्सलाम अलैकुम, टीम ने दोबारा कॉल लगाया तब भी उसी ने उठाया और फिर अस्सलाम अलैकुम कहा।

इससे बाहर वाली सुरक्षा बल की टीम समझ गई कि कुछ अनहोनी हो गई है उंसके बाद बाहर वाली टीम ने घर पर धावा बोल दिया और उनके और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गये जिसमें लश्कर ए तैयबा का टॉप कमांडर हैदर था,जब सुरक्षा बलों ने घर मे खोजबीन की तो कर्नल आशुतोष और मेजर अनुज सूद सहित पांचों के शव मिले।

हंदवाड़ा में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए 21 वी रास्ट्रीय रायफल्स के कर्नल आशुतोष काफी साहसी और बहादुर व्यक्तित्व के मालिक थे वे शुरू से ही कई मौकों पर अपनी हिम्मत और बहादुरी का परिचय देते रहे है उन्हें दो बार वीरता पदक से नवाजा गया ।

खास बात है अपने आखिरी वाईटस एप स्टेटस में उन्होंने अपनी जांबाजी का परिचय देते हुए लिखा “हिम्मत परखने की गुस्ताखी मत करना,पहले भी कई तूफानों का मुंह मोड़ चुका हूं,”
कर्नल आशुतोष मूल रूप से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के रहने वाले थे लेकिन उनका परिवार जयपुर के जयसिंहपुरा में रह रहा हैं।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीर शहीद के परिवार को 50 लाख की सम्मान निधि एक परिजन को नौकरी और उनके गांव में गौरव व्दार बनानें की घोषणा की हैं शहीद कर्नल का आज पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ जयपुर में अंतिम संस्कार होगा। साथ ही अन्य शाहीदोंको भी आज देश नम आंखों से विदाई देगा।

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