इंफाल / जातीय संघर्ष से जूझ रहे मणिपुर में आज आतंकवादियों और पुलिस सुरक्षा बल के साथ हुई मुठभेड़ में 40 आतंकी मारे गए बताया जाता है यह आतंकी भारी मात्रा में आधुनिक हथियारों से लैस थे।
मणिपुर के मुखमंत्री एन बीरेंद्र सिंह ने बताया कि सेना और सुरक्षा बलों के बीच हुई मुठभेड़ के दौरान करीब 40 आतंकी मारे गए है उनका कहना है कि यह आतंकवादी भीड़ की शक्ल में कुछ गांवों में घरों को जलाने आए थे और स्थानीय लोगों को।मार रहे थे इनके पास एके 47 और एम 16 जैसे आधुकिन हथियार भी थे मालूम होने पर सेना और सुरक्षा बलों ने उन्हें घेर लिया उनके व्दारा फायरिंग करने पर सेना और सुरक्षा बलों के जवानों ने भी फायरिंग की जिसमें 40 हमलावर मारे गए हैं। फिलहाल इलाके में तनाव बना हुआ है और कोमिंग ऑपरेशन जारी हैं।
जैसा कि मणिपुर में पिछले दिनों जातिगत वैमनस्य फैलने से कई इलाकों में हिंसा हुई है जिसमें अभी तक 20 से अधिक लोगों की मौत हो गई है यह टकराव कुकी समुदाय और मैतई समुदाय के बीच शुरू हुआ है मणिपुर हाईकोर्ट ने कुकी समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) में शामिल करने के निर्देश सरकार को जारी किए थे जिससे कुकी समुदाय बुरी तरह नाराज हो गया था और उसने मैतई समझ के लोगों पर हिंसात्मक हमला और उनके घर जलाना शुरू कर दिए जिससे धीरे धीरे इस हिंसा ने भीषण रूप ले लिया था। इस मणिपुर संकट के बीच नगा उग्रवादी और अलगाववादी संगठनों ने ईसाई समुदाय का हितेशी बताकर कुकी समाज से सहानुभूति जताना शुरू कर दिया था। अब दो समुदायों के टकराव के बीच नगा उग्रवादी और अलगाववादी संगठनों के हस्तक्षेप से सरकार की चिंता और बड़ गई थी और जिससे यह उग्रवादी और अलगाववादी संगठन सरकार के निशाने पर आ गए थे।