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दिल्ली के निजामुद्दीन में धार्मिक जलसे में आये 24 लोग कोरोना संक्रिमित
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10 की मौत की खबर 3 सौ संदिग्ध
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देश में छापेमारी
नई दिल्ली– दिल्ली के निजामुद्दीन के मरकज में हुए धार्मिक आयोजन के बाद 24 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रिमित होने और तकरीबन 10 लोगों की मौत की खबर के बाद उस क्षेत्र में सनसनी फैल गई है जबकि 300 से अधिक संदिग्ध लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। इस मामले के बाद उस मरकज इलाके में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।फिलहाल इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नही हुई है।
नई दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके के मरकज तबलीकी जमात का धार्मिक कार्यक्रम बीते दिनो आयोजित हुआ था जिसमें इंडोनेशिया मलेशिया बंगला देश पाकिस्तान सहित 15 देश के लोग शामिल हुए साथ ही भारत के विभिन्न प्रांतों कर्नाटक आंध्रप्रदेश तेलंगाना जम्मू काश्मीर के लोग भी शामिल हुए थे जिनकी संख्या करीब डेढ़ से दो हजार के बीच बताई जा रही है।
बताया जाता है इनमें विदेश से आये कुछ लोग कोरोना वायरस से प्रभावित थे जिनके कारण यह वायरस इस जमात में शामिल लोगों को भी संक्रिमित कर गया संभावना है करीब 3 सौ लोग इस बीमारी से संक्रिमित हुए है इधर 15 मार्च को यह मरकज के इस धार्मिक जलसे के समाप्त होने के बावजूद अनेक लोग वही रुके रहे वही काफी लोग देश के अन्य राज्यों के शहरों में चले गये।
बताया जाता है 330 संदिग्ध लोगों को दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया है जिनमें 24 की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है इसके अलावा करीब 700 को कोरेंटाइन सेंटर में भेजा गया हैं। जबकि तेलंगाना में 6 कर्नाटक जम्मू काश्मीर आंध्र प्रदेश में एक एक और एक विदेशी की मौत की खबर है।इस तरह इसमें शामिल 10 कोरोना संक्रिमित लोगों की मौत भी हुई है।
इधर लखनऊ के अमीनाबाद के मरकज में कलेक्टर एसपी ने छापेमारी की है और कजाकिस्तान के 6 लोगों को पकड़ा है और उन्हें अस्पताल भेजा है।जबकि उत्तर प्रदेश और अन्य प्रांतों में भी खोजबीन चल रही है।
बताया जाता है असम से 216 बिहार से 186 हरियाणा से 22 तेलंगाना से 55 कर्नाटक से 45 महाराष्ट्र से 109 मध्यप्रदेश से 90 लोग इस मजलिस में शामिल होने दिल्ली पहुंचे थे। लेकिन दिल्ली का पुलिस और प्रशासन मरकज के इस धार्मिक जलसे के आयोजन और एक जगह इतनी संख्या में इकट्ठा होने से सबालों के घेरे में आ गया है।