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बिहार

देवरिया की बाल ग्रह संस्था में 42 बच्चियों का योन शोषण, संसद में विपक्ष का हंगामा

Rape Victim
Rape Victim
  • देवरिया की बाल ग्रह संस्था में 42 बच्चियों का योन शोषण,
  • संसद में विपक्ष का हंगामा, दोषियों को बख्शा नही जायेगा,
  • उच्च स्तरीय जांच शुरू कहा ग्रहमंत्री ने

देवरिया / बिहार के मुजफ़्फ़रपुर के बाद उत्तर प्रदेश के देवरिया में भी बालिकाओं के साथ जबरन जिस्मफ़रोशी की घटना सामने आई हैं यहां के एक बाल ग्रह में मासूम 42 बालिकाओं के साथ यह बदसलूकी और योनशोषण की शर्मनाक घटना तब सामने आई जब एक पीडित बच्ची ने हिम्मत दिखाई और पुलिस थाने जाकर यह शिकायत की।

आज इस मामले को लेकर संसद में विपक्ष ने सरकार को घेरा और जोरदार हंगामा किया,सदन में अपनी सफ़ाई में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने योगी सरकार का बचाव करते हुए कहा कि इसकी उच्च स्तरीय सैकेट्री लेबल पर जॉच की जा रही हैं और महिला संचालक सहित तीन आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया गया हैं और कडी कार्यवाही होगी और किसी को बख्शा नही जायेगा। लेकिन इस तरह के मामले सामने आने से प्रदेश के साथ केन्द्र सरकार की नींद जरूर उड़ गई हैं।

देवरिया स्थित बाल ग्रह वाटिका की बच्चियो के साथ यह योन शोषण का मामला काफ़ी गम्भीर हैं एक बच्ची ने जब बताया तो एक बार तो पुलिस अधिकारियों के भी होश उड़ गये और वह तुरंत हरकत में आये और गोपनीय तरीके से पुलिस बल के साथ अधिकारियों ने संस्था पर छापेमार कार्यवाही की पुलिस को यहाँ 42 में से 24 लड़कियॉ ही मिली, बाकी 18 लापता थी, पुलिस ने जब कमरो की तलाशी ली तो पता चला कि यह बच्चियों का आश्रय स्थल नही बल्कि कैदखाना था और इन लड़कियो पर पूरी नजर रखी जाती थी और कही आने जाने पर पूर्ण प्रतिबंध था इन्हें उत्पीडित भी किया जाता था, अब सबाल उठना लाजिमी हैं कि बाकी 18 बालिकायें कहा हैं? जबकि यहाँ मौजूद बालिकाओ ने खुलासा किया कि एक लड़की महिने में 5 से 6 बार योन शोषण का शिकार होती थी शाम 4 बजे उन्हें कारो से लेजाया जाता था और दूसरे दिन सुबह वे बापस आती थी और यहां आकर फ़फ़क फ़फ़क कर रोती थी और रोते रोते उनकी आँखे सूज जाती थी।

देवरिया के पुलिस अधीक्षक रोहन पी कनथ के मुताबिक मामला कायम कर पुलिस ने इस संस्था की महिला संचालक गिरजा त्रिपाठी सहित उसके पति और बेटे को गिरफ़्तार कर लिया गया हैं। खास बात हैं इस संस्था की मान्यता रद्द कर इसे बंद करने के निर्देश सीबीआई पहले ही दे चुकी थी लेकिन प्रशासन की लापरवाही के चलते यह संस्था बे रोकटोक चल रही थी इतना ही नही गैर कानूनी तरीके से यह संस्था बच्चियों को गौद भी दे रही थी लेकिन संस्था के संचालक अपने फ़ायदे के लिये बच्चियों का योन शोषण करा सकते हैं तो वे बच्चियों को गौद देने के बहाने पैसे लेकर बेच भी सकते हैं? अब गायब 18 लड़कियॉ कहॉ हैं यह पुलिस की जांच का विषय हैं।

इधर प्रदेश सरकार ने इस मामले में डीएम् को दोषी मानते हुए उनका तबादला कर दिया साथ ही डीपीओ सहित दो अधिकारियों को सस्पेन्ड कर दिया हैं। मुख्यमंत्री ने इस घटना के बाद एक एडवाइजरी जारी कर प्रदेश की सभी संस्थाओ की जॉच करने को कहा हैं पर इसपर कितना अमल होगा यह देखना होगा।

मुजफ़्फ़रपुर में इस तरह के मामले में जहां आरजेडी के नेतृत्व में पूरे विपक्ष ने दिल्ली के जंतर मंतर पर गत दिनों धरना प्रदर्शन कर नीतीश कुमार और केन्द्र सरकार को घेरा था और सरकार की नाकामी बताया था, आज देवरिया मामले को लेकर विपक्ष ने संसद में जोरदार हंगामा किया,जबाव में राजनाथ सिंह ने कहा कि खबर के बाद सरकार ने तुरंत कार्यवाही की और अतिरिक्त चीफ़ सैक्रेट्री के साथ एक उच्च स्तरीय टीम जांच के लिये नियुक्त की साथ ही डीएम को हटाकर दो जिम्मेदार अधिकारियो पर कार्यवाही की हैं।जो भी लोग इस घटना के जिम्मेदार हौगे उनपर कडी कार्यवाही सरकार करेगी।

Alkendra Sahay

The author Alkendra Sahay

A Senior Reporter

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