सीहोर / मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में स्थित कुबेरेश्वर धाम जाने वाले मार्ग पर भारी भीड़ की बजह से करीब 20 किलोमीटर तक लंबा जाम लग गया है वाहन रेंग रेंग कर आगे बढ़ रहे है इतना ही नहीं कुबेरेश्वर धाम ने रुद्राक्ष वितरण के दौरान मीलो लंबी लाइन लगने के दौरान धक्कामुक्की और भगदड़ से कई लोग अपनों से बिछड़ गए तो करीब एक दर्जन लोग लोगो के बेहोश होने के साथ एक महिला की मौत की खबर हैं।
पंडित प्रदीप शर्मा के कुबेरेश्वर धाम पर गुरुवार 16 फरवरी से 22 फरवरी तक सात दिवसीय शिव महापुराण कथा एवं रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम शुरू होना था लेकिन दो दिन पहले से ही धार्मिक स्थल पर हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंचना शुरू हो गई यह देखकर एक दिन पहले बुद्धवार को ही 20 काउंटर लगाकर रुद्राक्ष वितरण शुरू कराया गया ,लेकिन पहले दिन आज मध्यप्रदेश के साथ छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों से लाखों श्रद्धालु अपने वाहन और पैदल सीहोर के कुबेरेश्वर धाम जाने वाले मार्ग पर उमड़ पड़े जिससे भोपाल इंदौर हाईवे सहित सीधी इंदौर हाईवे श्यामपुर कालापीपल शाजापुर शुजालपुर मार्ग भारी संख्या में श्रद्धालु इकट्ठा हो गए और करीब 20 किलोमीटर तक लंबा जाम लग गया।
इससे साफ दिखा कि ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई और प्रशासन और पुलिस व्यवस्था बनाने में पूरी तरह नाकाम सिद्ध हुआ तो वह पूर्व अनुमान लगाने में भी असफल रही जिससे वाहन रेंगते नजर आ रहे थे और लोग घंटो जाम में फंसे रहे खुद कलेक्टर भी जाम का शिकार हो गए तो आईजी इरशाद वली खुद यातयात व्यवस्था बनाते देखे गएं।
लेकिन उससे भी गंभीर स्थिति और अव्यवस्था कुबेरेश्वर धाम पर देखी गई हजारों श्रद्धालु सुबह से ही रुद्राक्ष वितरण काउंटर के पास लाइन में खड़े देखे गए और घंटों इंतजार के दौरान धक्कामुक्की से भगदड़ मच गई और लोग एक दूसरे के ऊपर गिर गए 10 घंटे से रुद्राक्ष लेने इंतजार में खड़े करीब एक दर्जन महिला पुरुष बेहोश हो गए और 3 महिलाएं अपने परिवारों से बिछड़ गई इतना ही नहीं महाराष्ट्र से आई एक महिला मौत भी हो गई। जबकि आज धाम के मैनेजमेंट ने रुद्राक्ष वितरण के लिए 40 काउंटर लगाएं गए थे और दावा है आज 5 लाख लोगों को रुद्राक्ष वितरण हुए हैं।
खास बात है कि पंडित प्रदीप मिश्रा देश प्रदेश के एक प्रमुख कथावाचक है उनके कुबेरेश्वर धाम पर आज से श्रीशिव महापुराण कथा के साथ निशुल्क रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम की घोषणा की गई थी और यह भी प्रचारित किया गया कि धाम पर वितरित रुद्राक्ष जो भी श्रद्धालु ग्रहण करेगा उसके प्रभाव से इसका परिवार को सुख शांति और संपन्नता तो प्राप्त होगी ही बल्कि भूत प्रेत बांधा और गंदी शक्तियों से भी उसका बचाव होगा । इससे साफ लगता है कि यह लाखों की भीड़ धार्मिक कथा सुनने कम चमत्कारी रुद्राक्ष प्राप्त करने ज्यादा इकट्ठा हो गई और स्पष्ट होता है कि आस्था पर अंधविश्वास हावी हो गया।