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कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते दतिया के पीतांम्बरा मंदिर के दर्शन पर 19 दिन की रोक
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ट्रस्ट ने सभी भक्तों से घर पर रहकर माँ की साधना कर आपदा निवारण का किया आग्रह
दतिया – राष्ट्रीय आपदा कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते देश का सुविख्यात शक्ति पीठ पीताम्बरा पीठ मंदिर 18 मार्च से 5 अप्रैल अर्थात 19 दिन तक वीआईपी सहित आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ बंद रहेगा। मंदिर न्यास ने सभी साधकों से अनुरोध किया है कि सभी अपने घर पर माँ की साधना कर आपदा निवारण की प्रार्थना करें।
यह निर्णय श्री पीताम्बरा पीठ न्यास मंडल ने लिया है न्यास के मुताबिक कोरोना वायरस एक संक्रमण रोग है जो देश विदेश में फैलता जा रहा हैं और आज एक राष्ट्रीय आपदा में तब्दील हो गया है जैसा कि देश प्रदेश के धर्माबालम्बियों में दतिया स्थित शक्तिदात्री माँ पीतांम्बरा में अगाध श्रद्धा है।
प्रतिदिन यहां दर्शनार्थ भीड़ रहती है इसलिये सावधानी वश मंदिर न्यास ने 18 मार्च से 5 अप्रैल 2020 रविवार तक अर्थात पूरे 19 दिन मन्दिर परिसर को बंद रखने का निर्णय लिया है ।इस दौरान सभी आमजन एवं वीआईपी दर्शनार्थियों का मंदिर में प्रवेश पूर्ण रूप से बंद रहेगा।
पीतांम्बरा पीठ मंदिर के न्यासी हरिदास सांवला ने मंदिर से जुड़े सभी साधको से अनुरोध किया है कि कोरोना वायरस की इस राष्ट्रीय आपदा के निवारण के लिये वे अपने निवास पर रहकर विधिवत माँ पीतांम्बरा की पूजा अर्चना के साथ मंत्रोच्चारण साधना एवं पाठ करें और पीतांम्बरा माँ से इस आपदा के निवारण की प्रार्थना करें।
माँ पीतांम्बरा की महिमा अपरंपार है और दतिया का यह पीतांम्बरा पीठ पूर्णतः जागृत शक्ति पीठ है।उल्लेखनीय है कि स्वामी जी महाराज ने 1962 के भारत चीन युद्ध के दौरान शांति स्थापना के लिये पीतांम्बरा पीठ मंदिर में राष्ट्र रक्षा अनुष्ठान यज्ञ किया था और इस धार्मिक आयोजन में देश के 80 योग्य तांत्रिक विद्वानों ने हिस्सा लिया और माँ के रौद्र रूप माँ धूमावती का आव्हान किया था ।
जिसमें लगातार सहस्त्र चंडी यज्ञ और अनुष्ठान का धार्मिक आयोजन हुआ था इसके प्रभाव से ठीक पूर्णाहुति के दिन चीन की सेनाएं भारत की सीमा से बापस चली गई थी।
आज एक बार फिर कोरोना वायरस के रूप में चीन से यह आपदा भारत में प्रवेश कर चुकी है और राष्ट्रीय आपदा बन गई है अब माँ पीतांम्बरा एक बार फिर देश और देशवासियों की रक्षक बनेगी इसमें कोई संशय नही है। इसी आशय से मंदिर न्यास ने सभी साधकों से माँ की भक्ति का अनुरोध किया हैं।