मुंबई के पव रेष्टारेंट में लगी आग में 14 की मौत, 21 घायल, मुख्यमंत्री ने दिये जाँच के आदेश
मुंबई– मुंबई के लोअर परेल इलाके की कमला मिल परिसर स्थित तीन रेष्टारेंट में देर रात आग लगने से 14 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और 21 से अधिक लोग बुरी तरह झुलस गये ।बताया जाता है इसमें शामिल मोजोस वन एबव पव बार रेष्टारेंट में एक वर्थ डे पार्टी भी चल रही थी और इस हादसे में जिस युवती का जन्मदिन मनाया जा रहा था उसकी भी मौत हो गई। खास बात थी कि इस रेष्टारेंट में बिना सरकारी मंजूरी के पव बार चल रहा था वही फ़ायर इंस्ट्रूमेंट भी नही थे। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने बीएमसी के निचले दर्जे के 5 अफ़सरों को निलम्बित कर दिया और बीएमसी के कमिश्नर को इस अग्निकांड की जाँच के आदेश दिये हैं।
यह हादसा गुरूवार को देर रात का है कमला मिल परिसर स्थित मोजोस वन एवब से शुरू हुआ जिसमें शोर्ट सर्किट से छत पर बने मचान की घास में आग लगी और पूरा मचान वहां वर्थ डे पार्टी मना रहे लोगों के साथ अन्य मौजूद लोगों पर गिरा और सिर्फ़ 150 सैकेंड में 14 लोगों की कब्र गाह बन गई इनमे जिस युवती खुश्बू का जन्मदिन मनाया जा रहा था उसके साथ 14 लोग इस आग में जलने और दम घुटने से मर गये मरने वालों में 13 महिलायें शामिल हैं इसके अलावा 21 लोग बुरी तरह से झुलस गये, बाद में यह आग फ़ैल गई।बताया जाता हैं हादसे के दौरान यहाँ 200 लोग मौजूद थे घटना से वहां चीख पुकार के साथ भगदड़ मच गई।
बताया जाता हैं जिस शेड में आग लगी उसका ढांचा घास फ़ूस और प्लास्टिक शीट्स के सामान का था।जिससे देखते ही देखते आग ने भीषण रूप ले लिया जिसमें रसोई गैस सिलेंडर और शराब भी रखी थी सिर्फ़ ढाई मिनट में पूरा ढाँचा ढह गया और गहरे काले धुएं ने उसके नीचे दबे लोगों की जान ले ली। खास बात थी कि इस पब के इमरजेंसी गेट जाम था जिससे फ़ँसे लोग बाहर नही निकल पाये साथ ही इस रेष्टारेंट में आग पर काबू पाने के फ़ायर उपकरण भी मौजूद नही थे।
इस हादसे के बाद इस रेष्टारेंट का मालिक और स्टाफ़ फ़रार हो गया है मुंबई पुलिस उसके परिजनो से पूछताछ कर रही हैं इधर इसको लेकर सियासत भी शुरू हो गई हैं।जैसा कि महाराष्ट्र में बीजेपी की सरकार हैं और बीएमसी पर बीजेपी के सपोर्ट से शिव सैना काबिज हैं। जब यह पव बार बिना परमीशन से चल रहा था था तो बीएमसी पर भी सबाल उठना लाजमी हैं, वही मुख्यमंत्री फ़डवनीस ने बीएमसी कमिश्नर को ही जाँच के आदेश दिये हैं जब की बीएमसी खुद सवालो के घेरे में हैं फ़िर जाँच क्या होगी यह भी संदिग्ध हो जाता हैं ।