बीजापुर / छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के कोरचोली के जंगल में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में अभी तक 13 नक्सलियों के ढेर होने की खबर मिली है मारे गए माओवादियों में 3 महिला नक्सली भी शामिल है। इस मुठभेड़ में हार्डकोर नक्सली पापा राव के मारे जाने की भी खबर है। सर्चिंग के दौरान मुठभेड़ स्थल से एक एलएमजी सहित भरी मात्रा में विस्फोटक और अत्याधुनिक हथियार भी सुरक्षा बलों ने बरामद किए है।
बीजापुर के गंगालूर थाना क्षेत्र के गांव लेंड्रा के नजदीक कोरचोली के सघन वन क्षेत्र में मंगलवार को सुबह 6 बजे नक्सली और सुरक्षा बलों के बीच यह मुठभेड़ हुई, डीआरजी, एसटीएफ, कोबरा और सीआरपीएफ की सयुक्त टीम और नक्सलियों की पीएलजीए कंपनी नंबर 2 के बीच यह मुठभेड़ हुई है दोनों और से तेज फायरिंग हुई इसके बाद जब सुरक्षा बलों ने जंगल में सर्चिंग की तो उसे मंगलवार को पहले 4 शव मिले उसके बाद जंगल के अंदरूनी इलाके में जब सुरक्षा बलों ने सर्चिंग की तो उसे एक महिला सहित 6 शव और मिले। जबकि आज बुद्धवार को सुबह 2 महिला सहित 3 माओवादियो की बॉडी और बरामद हुई है। इस तरह अभी तक 3 महिला सहित 13 नक्सलियों के शव मिले है जानकारी मिली है कि मारे गए माओवादियों में हार्डकोर नक्सली कमांडर पापा राव भी शामिल है जबकि जंगल में सर्चिंग अभी भी जारी है।
बस्तर आईजी सुंदराजन पी ने बताया कि गंगालूर पुलिस थाना क्षेत्र के कोरचोली के जंगल में भारी संख्या में माओवादियो की मोजूदगी की खुफिया जानकारी मिली थी सुरक्षा बल की एक सयुक्त टीम ने जंगली इलाके की घेराबंदी की तो पीएलजीए कंपनी नंबर दो से उसकी मुठभेड़ हो गई कुछ समय बाद जब सुरक्षा बल जंगल में सर्चिंग कर रहे थे तो पहले 4 और उसे बाद शाम को 6 शव बरामद हुए और आज बुद्धवार सुबह 3 और नक्सलियो के शव मिले है इस तरह अभी तक 3 महिला सहित 10 पुरुष माओवादियो के शव बरामद हो चुके है उन्होंने बताया इनके पास से 1 एलएमजी ,अत्यानुधिक ओटोमेटिक गन, बीजीएल और 303 राइफल, लॉन्चर भारी मात्रा में विस्फोटक और जिलेटिन छड़ भी बरामद हुई है साथ ही दवाईयों के अलावा नक्सली साहित्य और रोजमर्रा की जरूरत का सामान भी मिला है।
पुलिस ने नक्सलियों के एक मददगार सरजू टेकाम को भी हिरासत में लिया है जिसके घर से पुलिस को नक्सली साहित्य और और विस्फोटक मिला है। लेकिन उसके परिजन और स्थानीय ग्रामीण पुलिस की इस कार्यवाही का विरोध कर रहे है।
छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने इस सफलता पर कहा कि सरकार नक्सली संगठनों से चर्चा के लिए हमेशा तैयार है हम समस्या का शांतिपूर्ण तरीके से हल चाहते है साथ ही हम यह भी चाहते है कि प्रत्येक व्यक्ति को उसका मौलिक अधिकार मिले और हर गांव तक बिजली पानी अस्पताल शिक्षा यातायात के साधन पहुंचे और सड़कों का निर्माण हो जिससे शहरी और ग्रामीण क्षेत्र को मूलभूत विकास से जोड़ा जा सके।