ग्वालियर- गंभीर बीमारियों से पीड़ित आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के सदस्यों के इलाज का जिम्मा प्रदेश सरकार ने अपने ऊपर लिया है। मुख्यमंत्री की पहल पर शुरू की गई योजनाओं के तहत सरकार देश के बड़े-बड़े अस्पतालों में गरीबों का इलाज करा रही है। सरकार हर गरीब को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिये कटिबद्ध है। यह बात लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री रूस्तम सिंह ने जिला चिकित्सालय मुरार में शुक्रवार को आयोजित हुए “मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सेवा शिविर” के उदघाटन अवसर पर कही। इस अवसर पर नगरीय विकास एवं आवास मंत्री माया सिंह तथा उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया भी मौजूद थे।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं राज्य बीमारी सहायता योजना के तहत आयोजित हुए शिविर में गंभीर बीमारियों से पीड़ित जिले के एक हजार से अधिक चिन्हित मरीजों को स्वास्थ्य परीक्षण के लिये बुलाया गया था। शिविर के उदघाटन अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष मनीषा यादव, ग्वालियर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष अभय चैधरी, कलेक्टर डॉ. संजय गोयल, संचालक परिवार कल्याण डॉ. डी एस ओहरि, भाजपा जिला अध्यक्ष देवेश शर्मा, पार्षदगण सर्वश्री धर्मेन्द्र राणा, बृजेश गुप्ता व पुरूषोत्तम टमोटिया मंचासीन थे।
स्वास्थ्य मंत्री रूस्तम सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रदेश सरकार थैलीसीमिया से पीड़ित मरीज के सम्पूर्ण इलाज पर 15 लाख रूपए तक खर्च करती है। इसी तरह मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना के तहत कॉक्लियर इम्प्लांट लगाने पर होने वाला लगभग साढ़े 6 लाख रूपए का खर्चा सरकार उठा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना के तहत अब जन्म से 18 वर्ष तक के बच्चों के हृदय के ऑपरेशन के लिये आर्थिक सहायता मुहैया कराने का निर्णय लिया है। पहले 16 वर्ष तक के बच्चों को इस योजना के तहत मदद दी जाती थी। इसी तरह राज्य बीमारी सहायता योजना के तहत सरकार गरीब मरीजों का इलाज देश के बड़े-बड़े अस्पतालों में करा रही है।
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री माया सिंह ने कहा कि जो लोग आर्थिक तंगी की वजह से अपना इलाज नहीं करा पाते थे, उनकी चिंता मुख्यमंत्री ने की है। उन्हीं की पहल पर प्रदेश के हर जिले में मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सेवा शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चैहान ने अधोसंरचनागत विकास के साथ-साथ आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के सदस्यों के स्वास्थ्य की चिंता की है।
उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने कहा कि असहाय, गरीब एवं दरिद्रों की सेवा ईश्वर की सच्ची आराधना है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के नेतृत्व में इसी सोच के साथ प्रदेश सरकार गरीबों के कल्याण के लिये जुटी है।